India News(इंडिया न्यूज), Israel-Hamas War: 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर हमला किया गया। जिसके बाद से लगातार इजरायल गाजा में हमास के ठिकानों पर हवाई हमला कर रहा है। जिमसें कई हजार लोगों की जान चली गई है। अब संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इस जंग में 88 कर्मचारियों की मौत हो गई है।

संयुक्त राष्ट्र ने किया आकड़े का खुलासा

टाइम्स ऑफ इजराइल की माने तो संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार (06 नवंबर) को इस बात पर जोर दिया कि गाजा में 88 कर्मचारी मारे गए हैं, जो संयुक्त राष्ट्र के किसी एक संघर्ष में हुई मौतों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

इस एजेंसी के कर्मचारीयों की मौत

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर को युद्ध की शुरुआत के बाद से फ़िलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के 88 कर्मचारी कथित तौर पर मारे गए हैं।

अब तक की सबसे बड़ी संख्या

संयुक्त राष्ट्र की सभी प्रमुख एजेंसियों के प्रमुखों के एक संयुक्त बयान में यह कहा गया है कि यह आंकड़ा एक ही संघर्ष में अब तक दर्ज की गई संयुक्त राष्ट्र की मौतों की सबसे अधिक संख्या को दर्शाता है। द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, बयान में गाजा में नागरिकों की मौत पर आक्रोश व्यक्त किया गया और “तत्काल मानवीय युद्धविराम” का आह्वान किया गया। इस बीच, यह भी मांग की गई कि हमास उन बंधकों को रिहा करे जिन्हें इजराइल से अगवा किया गया था।

प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को घोषणा की कि इज़राइल तब तक युद्धविराम पर सहमत नहीं होगा जब तक कि हमास आतंकवादी समूह अपने बंधकों को रिहा नहीं कर देता।

हमारे पास कोई विकल्प नहीं है

नेतन्याहू के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है, “इसे (‘युद्धविराम’ शब्द) शब्दकोष से बाहर निकालें। हम इसे तब तक जारी रखेंगे जब तक हम उन्हें हरा नहीं देते। हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।”

हमास के पास इजरायल के 240 बंधक

बयान में कहा गया, “30 दिन हो गए हैं। बहुत हो गया। यह अब रुकना चाहिए।” कथित तौर पर, गाजा में हमास ने 240 इजरायलियों को अभी भी बंधक बनाकर रखा है।

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