India News (इंडिया न्यूज), Israel Hezbollah Ceasefire: मध्य-पूर्व में चल रहे संघर्ष की वजह से मानवता को बहुत झटका लगा है। इजरायल ने हिजबुल्लाह की वजह से लेबनान और हमास की वजह से फिलिस्तीन में खूब तबाही मचाया है। वहीं इजरायल ने हिजबुल्लाह के साथ अमेरिका समर्थित युद्ध विराम पर सैद्धांतिक रूप से सहमति जताई है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अब इस पर काम कर रहे हैं कि इसे जनता के सामने कैसे पेश किया जाए। उन्होंने इस मामले पर उच्च स्तरीय विचार-विमर्श किया है। दरअसल, यह बैठक ऐसे समय हुई है जब इजरायल पूरे दिन लेबनान से गोलाबारी के बीच घिरा रहा और इजरायली वायु सेना बेरूत में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगातार हमले कर रही थी।
कितने चरणों में है प्रस्ताव?
बता दें कि, इजरायल ने कहा कि अभी भी कई अन्य मुद्दों को हल करने की जरूरत है, लेकिन यरुशलम ने प्रस्ताव के मुख्य सिद्धांतों को मंजूरी दे दी है। हिजबुल्लाह प्रमुख नईम कासिम ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनके समूह ने युद्ध विराम प्रस्ताव की समीक्षा की है और आगे का रास्ता अब इजरायल के हाथों में है। वहीं हारेत्ज़ की रिपोर्ट है कि प्रस्ताव में तीन चरण शामिल होंगे। जिसमें एक युद्ध विराम जिसके बाद हिजबुल्लाह लिटानी नदी के उत्तर में अपनी सेना वापस ले लेगा। दूसरा दक्षिणी लेबनान से इजरायल की वापसी और तीसरा विवादित सीमा क्षेत्रों के सीमांकन पर इजरायल-लेबनानी वार्ता शामिल है।
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इजरायल ने क्या रखा है शर्त
दरअसल, प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि अमेरिका के नेतृत्व में एक अंतरराष्ट्रीय निकाय को युद्ध विराम की निगरानी का काम सौंपा जाएगा और इजरायल को उम्मीद है कि उसे वाशिंगटन से एक पत्र मिलेगा। जिसमें हिजबुल्लाह द्वारा युद्ध विराम की शर्तों का उल्लंघन करने पर सैन्य कार्रवाई करने के उसके अधिकार की पुष्टि की जाएगी। भले ही लेबनानी सेना और अंतरराष्ट्रीय बलों द्वारा कोई कार्रवाई न की जाए।