India News (इंडिया न्यूज), Israel-Iran War: ईरान और इजराइल के बीच युद्ध अभी खत्म ही नहीं हुआ है। इजराइल के हमले के बाद ईरान भी हमले की तैयारी में लगा हुआ है। वह अब इजराइल पर जवाबी हमला करने के लिए तैयार हो गया है। इजराइल पर बमबारी की तारीख और जगह भी लगभग फाइनल हो गई है। जी हां, अमेरिकी चुनाव से पहले ईरान इजराइल पर ड्रोन और मिसाइलों की बरसात करके उसे तबाह कर देगा। ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई चुप बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने जवाबी हमला करने की पूरी योजना बना ली है। अब सिर्फ अमल होना बाकी है। इजराइल खुद भी हमले से डर रहा है।

5 नवंबर को हो सकता है हमला

दरअसल, इजराइली खुफिया विभाग का मानना ​​है कि ईरान आने वाले दिनों में इजराइल पर हमला कर सकता है, संभवत: 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले। इजराइली खुफिया विभाग के मुताबिक, इस बार ईरान लेबनान या तेहरान से नहीं, बल्कि इराकी इलाके से इजराइल पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। इजराइल ने शनिवार को ईरान पर हमला किया था। दावा किया गया था कि उस हमले में ईरान का डिफेंस सिस्टम तबाह हो गया है। साथ ही ईरान में कई लोग मारे गए थे।

ईरान करेगा जवाबी हमला

एक्सियोस की रिपोर्ट में ऐसा बताया जा रहा है कि ईरान इजराइल बड़ा हमला करने की तैयारी में है। ईरान यह हमला इराक से करेगा। इस दौरान वह बड़ी संख्या में ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। इससे पहले ईरान ने लेबनान और तेहरान की धरती से इजरायल पर हमला किया था। अक्टूबर में ही ईरान ने करीब 200 ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इराक में ईरान समर्थित मिलिशिया के जरिए हमला करना ईरान की ईरान में अपने रणनीतिक ठिकानों पर आगे इजरायल के किसी हमले से बचने की कोशिश हो सकती है।

Hezbollah चीफ नईम कासिम ने दिखाई अपनी ताकत, Israel पर आसमान से बरसाई मौत,चारों तरफ खून देख कांपे यहूदी देश के नेता

शनिवार को ईरान पर हमला किया था इजरायल

दरअसल, इजरायल ने पिछले शनिवार को ईरान पर हमला किया था। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि इजरायल के हमले से ईरान के ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के एक महत्वपूर्ण सैन्य अड्डे को नुकसान पहुंचने की संभावना है, जिसमें बैलिस्टिक मिसाइलों का निर्माण होता है और इस जगह का इस्तेमाल उसके अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत रॉकेट लॉन्च के लिए भी किया जाता है। शाहरुद में सैन्य अड्डे को हुए नुकसान ने शनिवार तड़के ईरान पर इजरायल के हमले को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर इसलिए क्योंकि यह ऐसे इलाके में हुआ, जिसके बारे में तेहरान ने पहले कभी बात नहीं की है।

ईरान हमले के बारे में सच्चाई छिपा रहा है?

ईरान ने केवल इलम, खुज़ेस्तान और तेहरान प्रांतों में इजरायली हमलों की पहचान की है। इसने ग्रामीण सेमनान प्रांत में हुए हमले के बारे में कुछ नहीं कहा है, जहाँ सैन्य अड्डा स्थित है। इस नुकसान से संभावित रूप से रिवोल्यूशनरी गार्ड की बैलिस्टिक मिसाइल बनाने की क्षमता पर भी असर पड़ेगा, जिसकी उसे इजरायल के खिलाफ जवाबी हमले के लिए जरूरत है। ईरान लंबे समय से सैन्य अड्डे पर निर्भर रहा है क्योंकि वह उन उन्नत पश्चिमी हथियारों का खर्च नहीं उठा सकता है जिन्हें इजरायल और तेहरान के खाड़ी अरब पड़ोसी सालों से खुद को हथियारबंद कर रहे हैं।

मुहम्मद युनुस की आई शामत! बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों को लेकर ट्रंप ने कह दी बड़ी बात, भारत हुआ खुश ,अब मिलेगी सजा!