India News (इंडिया न्यूज), Israel Iran War: ईरान के इजरायल पर मिसाइल से हमला करने के बाद मध्य पूर्व में बड़े युद्ध के हालात पैदा हो गए हैं। वहीं इस हमले के बाद कच्चे तेल की कीमत में 4 फीसदी का इजाफा हुआ है। बता दें कि, ब्रेंट वायदा 3.5 फीसदी बढ़कर 74.2 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 2.54 डॉलर यानी 3.7 फीसदी बढ़कर 70.7 डॉलर पर पहुंच गया। इस भू-राजनीतिक तनाव का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। निफ्टी और डाउ वायदा समेत कुछ देशों के बाजार लाल निशान के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं अगर यह युद्ध और बढ़ता है तो कच्चे तेल में तेजी के चलते कई चीजें महंगी हो सकती हैं। साथ ही शेयर बाजार में तेल विशेष शेयरों पर जोरदार असर पड़ सकता है।

इन शेयरों पर बनाए रखें नजर

बता दें कि, कच्चे तेल में तेजी के साथ ही ONGC और ऑयल इंडिया जैसी तेल खोज कंपनियों के शेयरों में तेजी आने की संभावना है। वहीं पेंट और टायर शेयरों में गिरावट देखने को मिल सकती है। क्योंकि, ये कंपनियां क्रूड पर निर्भर हैं। ऐसे में अगर क्रूड महंगा होता है तो इन कंपनियों की इनपुट कॉस्ट बढ़ सकती है। वहीं युद्ध और भू-राजनीतिक तनाव की वजह से सोने की कीमतों में तेजी आती है। ऐसे में ईरान के इजरायल पर हमले के बाद सोने की खरीदारी देखने को मिल सकती है। दरअसल, युद्ध जैसे हालात में सोने में निवेश सुरक्षित माना जाता है।

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युद्ध की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित

दरअसल, दुनिया भर में कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है। वहीं, युद्ध से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला भी टूट जाती है। ऐसे में आयात-निर्यात गतिविधियां प्रभावित होती हैं और महंगाई बढ़ने लगती है। वहीं रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान भी यही हुआ था। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बुरी तरह प्रभावित हुई थी। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी आई थी।

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