India News (इंडिया न्यूज), Israel Lebanon War: सोमवार को लेबनान से आए रॉकेट की वजह से तेल अवीव में भीषण विस्फोट हुआ। यह हमला लेबनान पर इजरायल के हमलों के बाद हुआ है। आईडीएफ का कहना है कि तेल अवीव में विस्फोट लेबनान से आए रॉकेट की वजह से हुआ जो खुले इलाके में गिरा। आईडीएफ का कहना है कि इससे पहले कोई सायरन नहीं बजा, क्योंकि प्रोटोकॉल के मुताबिक अगर यह तय हो जाए कि रॉकेट से कोई खतरा नहीं है, तो कोई चेतावनी जारी नहीं की जाती।
किसी के घायल होने की खबर नहीं
फिलहाल किसी के घायल होने की खबर नहीं है। इसके अलावा आईडीएफ का कहना है कि गोलान हाइट्स पर लेबनान से करीब 45 रॉकेट दागे गए, जो खुले इलाकों में गिरे। तेल अवीव और रमत हशरोन इलाके के निवासियों ने जोरदार विस्फोट सुनने की सूचना दी है। विस्फोट से पहले कोई चेतावनी सायरन नहीं बजाया गया। शाम करीब छह बजे नहरिया और गेशर हाजिव के इलाकों में विमान घुसपैठ के सिलसिले में सायरन बजाया गया।
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लेबनानी सैनिकों की मौत पर अफसोस
हालांकि, इजरायली सेना ने सोमवार को दक्षिणी लेबनान में एक दिन पहले हुए हमले में तीन लेबनानी सैनिकों की हत्या पर अफसोस जताते हुए कहा कि वह देश की सेना से नहीं लड़ रही है। इजरायल ने कहा कि उसके सैनिकों को लगा कि वे आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के वाहन को निशाना बना रहे हैं। गाजा में हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह हमलावर इजरायली सैनिकों के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है। सिनवार पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर हुए हमले का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसके बाद भीषण युद्ध शुरू हो गया था।
लेबनान की सेना के साथ कोई लड़ाई नहीं
इजराइली सेना ने कहा कि वह लेबनानी सेना के खिलाफ़ काम नहीं कर रही है। किलेबनॉन में सेना इतनी मजबूत नहीं है कि वह हिज़्बुल्लाह पर अपनी इच्छा थोप सके या लेबनान को इजरायली आक्रमण से बचा सके। पिछले एक साल में इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच लड़ाई के दौरान लेबनानी सेना काफी हद तक अलग-थलग रही है।