इजरायली सेना का कहना है कि उसने एक वाहन पर गोलीबारी की जो बिना किसी निरीक्षण के उत्तरी गाजा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। सेना का कहना है कि वह किसी भी तरह के संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी।
युद्धविराम
यह हमला तब हुआ जब पिछले महीने 19 जनवरी को इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम लागू हुआ था। युद्धविराम समझौता लागू होने के बाद से इजराइली गोलीबारी में कई फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर है। हमास ने इन घटनाओं को युद्धविराम का उल्लंघन बताया है। इजराइल और हमास के बीच युद्ध 15 महीने से अधिक समय तक चला, जिसमें हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हुए। युद्ध विराम के बावजूद दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है। इजराइल ने कहा कि उसके बलों ने उन घटनाओं में गोलीबारी की है, जहां संदिग्ध लोग, कभी-कभी हथियारों से लैस होकर तैनात इजराइली बलों के लिए खतरा पैदा करते हैं।
युद्ध विराम के पहले चरण के दौरान 33 बच्चों, महिलाओं और बुजुर्ग पुरुष बंधकों के साथ ही बीमार और घायल लोगों को रिहा किया जाना था। इनमें से अब तक 18 को रिहा किया जा चुका है। वहीं, 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष बंधक दूसरे चरण की वार्ता तक बंदी बने रहेंगे। दूसरे चरण में शेष बंधकों की रिहाई और गाजा से इजराइली सैनिकों की वापसी के समझौते पर मंगलवार तक वार्ता शुरू होने जा रही है, जिसका उद्देश्य गाजा में युद्ध को अंतिम रूप देना है।
मानवीय कार्यों में बाधा डालने का आरोप
रविवार को हमास ने इजराइल पर समझौते के तहत मानवीय कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगाया। हमास का कहना है कि इजरायल ने अभी तक समझौते के अनुसार आवश्यक चिकित्सा, राहत, ईंधन और पुनर्निर्माण सामग्री के प्रवेश की अनुमति नहीं दी है। हमास के प्रवक्ता हज़म कासिम ने कहा कि हम संघर्ष विराम समझौते के मध्यस्थों से आग्रह करते हैं कि वे इजरायल को समझौते के अनुसार राहत सामग्री के प्रवेश की अनुमति देने के लिए मजबूर करें, जिसकी तत्काल आवश्यकता है।
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