India News (इंडिया न्यूज),Israel–Hamas War:क्या हमास प्रमुख याह्या सिनवार के खिलाफ कोई बड़ी साजिश रची गई थी? क्या हमास के विश्वासघात की वजह से याह्या सिनवार की हत्या की गई? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि याह्या सिनवार एक साल तक अभेद्य सुरंग में छिपा रहा, लेकिन अचानक सुरंग से बाहर आ गया और मारा गया. सवाल ये है कि वो सुरंग से बाहर क्यों आया? क्या हमास के लड़ाकों ने उसे साजिश के तहत बाहर निकाला? सिनवार के अंत का आखिरी सच क्या है? याह्या सिनवार का अंत निश्चित था। ये बात न सिर्फ इजरायल के बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सेना जानती थी, बल्कि खुद याह्या सिनवार भी इस बात पर यकीन करते थे। इसीलिए वो पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए हमले से पहले गाजा की सुरंग तक पहुंच गया था। सुरंग में मौजूद सभी अहम चीजें वो अपने साथ ले गया था। 7 अक्टूबर 2023 वो तारीख है जिस दिन हमास ने इजरायल में बहुत बड़ा नरसंहार किया था। 7 अक्टूबर को हुए हमले से एक दिन पहले यानी 6 अक्टूबर 2023 को सिनवार अपने परिवार के साथ गाजा की सुरंग तक पहुंच गया था. सिनवार अपने बेटे और पत्नी के साथ सुरंग तक पहुंचा था। 6 अक्टूबर 2023 की रात 10:44 बजे सिनवार पहली बार सुरंग में पहुंचा और रात 1.30 बजे तक वह सुरंग में जरूरी सामान इकट्ठा करता रहा।
सिनवार के साथ बड़ा षड्यंत्र हुआ?
सिनवार ने सुरंग के अंदर बड़ी मात्रा में खाने-पीने का सामान, पानी, दवाइयां और दूसरी जरूरी चीजें इकट्ठी की थीं। वह बाहरी दुनिया की खबरें पाने के लिए सुरंग के अंदर एक टेलीविजन भी ले गया था। सिनवार की पत्नी सुरंग में जो हैंडबैग लेकर आई थी, उसकी कीमत करीब 30 लाख रुपये बताई जा रही है। यह जानकारी इजरायली रक्षा मंत्रालय ने दी है।
सुरंग में छिपा हुआ था सिनवार
सिनवार 6 अक्टूबर से अपने परिवार के साथ इस सुरंग में छिपा हुआ था। सिनवार जानता था कि 7 अक्टूबर को हमास इजरायल में जिस तरह का हमला करने जा रहा है, उसका इतना भयानक नतीजा होगा कि इजरायल उसे तबाह कर सकता है। इसीलिए वह हमले से ठीक पहले भूमिगत हो गया था।
सिनवार एक साल तक सुरंग में छिपा रहा, लेकिन जब वह सुरंग से बाहर आया तो वही हुआ जिसका उसे डर था। राफा के तेल अल सुल्तान इलाके में मुठभेड़ हुई, जिसमें इजरायल ने सिनवार को खत्म कर दिया। याह्या सिनवार जिस बिल्डिंग में छिपा था, उसे टैंक और ग्रेनेड से निशाना बनाया गया। एक के बाद एक कई धमाके हुए और इस तरह सिनवार मारा गया।
तेल अल सुल्तान की जिस बिल्डिंग में सिनवार छिपा था, वह आईडीएफ कैंप से महज 170 मीटर की दूरी पर थी। कोई सोच भी नहीं सकता कि सिनवार इजरायली सेना के इतने करीब छिपा होगा। यही वजह है कि इजरायली सेना को भी इसकी भनक नहीं लगी।
विश्वासघात की थ्योरी
सिनवार मारा तो गया है, लेकिन अब इसके पीछे साजिश का एंगल भी सामने आ रहा है। दावा किया जा रहा है कि सिनवार के साथ विश्वासघात हुआ। धोखे की वजह से सिनवार की हत्या हुई। विश्वासघात की थ्योरी के पीछे कई तर्क दिए जा रहे हैं। सबसे पहले तो सिनवार को उसके ही लोगों ने जानबूझकर बंकर से बाहर निकाला। बंकर से बाहर निकालने के बाद उसे एक बिल्डिंग में रखा गया। उस बिल्डिंग में जो इजरायली सेना के कैंप के पास मौजूद थी। सिनवार के साथ बंधक भी नहीं थे। वो बंधक ही उसके लिए ढाल का काम कर रहे थे। कहा जा रहा है कि किसी ने मोसाद को सिनवार की लोकेशन के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद इजरायल ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि यह साजिश की थ्योरी सच है या झूठ।