विदेश

Japan Earthquake: जापान में भूकंप ने मचाई जबरदस्त तबाही, मौत का आकड़ा 160 के पार

India News(इंडिया न्यूज),Japan Earthquake: जापान में नए साल के दिन आए भूकंप (Japan Earthquake) से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 161 हो गई। इसके साथ ही जमकर हो रहे बर्फबारी के कारण राहत कार्य बाधित हो रहे हैं। जारी रिपोर्ट की माने तो 2,000 से अधिक व्यक्ति अलग-थलग रहते हैं, जबकि कई लोगों के पास बिजली की कमी है या वे खुद को भीड़-भाड़ वाले आपातकालीन आश्रयों में पाते हैं। अधिकारियों ने बताया कि इशिकावा में 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद 103 लोग अभी भी लापता हैं, जिसके कारण इमारतें ढह गईं, भीषण आग लग गई और एक मीटर से अधिक ऊंची सुनामी लहरें उत्पन्न हुईं।

90 साल की महिला को बचााया

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, रविवार तक, भूकंप के बाद और लगभग 1,000 भूस्खलनों से 2,000 से अधिक लोग लापता हो गए है। खासकर गंभीर रूप से प्रभावित नोटो प्रायद्वीप में। हाल की भारी बर्फबारी, कुछ क्षेत्रों में रात भर में 10 सेंटीमीटर (चार इंच) से अधिक बर्फबारी ने क्षेत्र में चल रहे बचाव और पुनर्प्राप्ति प्रयासों को और जटिल बना दिया है। जिसके बाद सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, 90 साल की एक महिला सुजु शहर में एक ढह गए घर के मलबे के नीचे पांच दिनों तक जीवित रहने में कामयाब रही, अंततः शनिवार को उसे बचा लिया गया।

बचावकर्मी अभी भी राहत कार्य में लगे

स्थानीय मीडिया द्वारा पोस्ट किए गए पुलिस फुटेज में बचावकर्मियों को एक महिला से यह कहते हुए सुना गया, “वहां रुको”। “आप ठीक हो जायेंगे!” उन लोगों ने चिल्लाया। उन्होंने कहा, “सकारात्मक बने रहें।” 52 साल के नाओयुकी टेरामोटो के लिए सोमवार का दिन विनाशकारी खबर लेकर आया, जब अनामिज़ु शहर में उनके चार बच्चों में से तीन के शव मिले। उन्होंने ब्रॉडकास्टर एनटीवी को बताया, “हम उनकी बेटी के हाई स्कूल प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद एक प्रसिद्ध हॉट स्प्रिंग रिसॉर्ट इज़ू जाने की योजना के बारे में बात कर रहे थे।”
खचाखच भरे आश्रय स्थल

क्षेत्रीय सरकार ने किया आगाह

वहीं इस मामले में क्षेत्रीय सरकार ने आगाह किया कि लगातार दिनों की बारिश से अतिरिक्त भूस्खलन की संभावना बढ़ गई है, और हाल ही में हुई भारी बर्फबारी के कारण इसके वजन के कारण इमारतों के और गिरने का खतरा पैदा हो गया है। सोमवार को, इशिकावा में लगभग 18,000 घरों में अभी भी बिजली नहीं थी, जबकि 66,100 से अधिक घरों में रविवार तक पानी की पहुंच नहीं थी।

लोगों को सामने आई चुनौती

इसके साथ ही एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि, भूकंप (Japan Earthquake) के कारण सरकारी आश्रयों में जमा 28,800 व्यक्तियों में से कई को पानी, बिजली और हीटिंग की कमी का भी सामना करना पड़ा। जिसके बारे में जानकारी देते हुए इशिकावा के गवर्नर हिरोशी हासे ने बताया कि, “आपदा से संबंधित मौतों को हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। मैं आश्रयों में खराब वातावरण में सुधार करना चाहता हूं।” प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने रविवार को एनएचके को बताया, “पहली प्राथमिकता मलबे के नीचे से लोगों को बचाना और अलग-थलग समुदायों तक पहुंचना है।”

जापान और भूकंप का संबंध

जानकारी के लिए बता दें कि, जापान में हर साल कई भूकंप आते हैं, फिर भी चार दशकों से अधिक समय से लागू किए गए कड़े बिल्डिंग कोड के कारण अधिकांश भूकंपों में न्यूनतम क्षति होती है। हालाँकि, कई संरचनाएँ, विशेष रूप से नोटो जैसे तेजी से बूढ़े हो रहे ग्रामीण क्षेत्रों में, पुरानी और संभावित रूप से असुरक्षित बनी हुई हैं। देश में अभी भी 2011 के भीषण भूकंप की डरावनी यादें हैं, जिसके कारण विनाशकारी सुनामी आई थी, जिसके परिणामस्वरूप फुकुशिमा संयंत्र में परमाणु आपदा के साथ-साथ लगभग 18,500 लोग हताहत और लापता हो गए थे।

ये भी पढ़े

Shubham Pathak

शुभम पाठक लगभग दो वर्ष से पत्रिकारिता जगत में है। वर्तमान में इंडिया न्यूज नेशनल डेस्क पर कार्यरत है। वहीं इससे पूर्व में STV Haryana, TV100, NEWS India Express और Globegust में काम कर चुके हैं। संपर्क का स्रोत:- sirshubham84@gmail.com

Recent Posts

Back Pain: कमर दर्द को न करें नजरअंदाज, हो सकता है खतरनाक

India News(इंडिया न्यूज़), Back Pain: अगर आप लंबे समय से कमर दर्द से परेशान हैं…

3 hours ago

संभल में मुसलमानों के साथ …’, हिंसा के बाद बरसे मौलाना मदनी ; योगी सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप

India News UP(इंडिया न्यूज़),Maulana Madani on Sambhal Controversy: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद…

7 hours ago