विदेश

Joe Biden: अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने की इस्लामोफोबिया की निंदा, जानें क्या कहा

India News(इंडिया न्यूज),Joe Biden: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को इस्लामोफोबिया की कड़े शब्दों में निंदा की है। जहां बाइडन ने इस्लामोफोबिया को एक बदसूरत पुनरुत्थान कहा, लेकिन एक प्रमुख मुस्लिम वकालत समूह ने उनकी टिप्पणी को खारिज कर दिया और इसके बजाय अमेरिकी नीति में बदलाव का आग्रह किया। जानकारी के लिए बता दें कि, बाइडन ने 15 मार्च को संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2022 में स्थापित इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर अपना बयान जारी किया, जो 2019 क्राइस्टचर्च, न्यूजीलैंड की मस्जिद की गोलीबारी की सालगिरह है जिसमें शुक्रवार की प्रार्थना के दौरान 51 लोग मारे गए थे।

ये भी पढ़े:-Sanjay Bhandari: इस हथियार कारोबारी को ब्रिटेन से प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की अनुमति मिली, जानें पूरा मामला

तीन महीनों में मिले इतनी शिकायतें

मानवाधिकार अधिवक्ताओं ने अमेरिका और अन्य जगहों पर इस्लामोफोबिया, फिलिस्तीन विरोधी पूर्वाग्रह और यहूदी विरोधी भावना में वृद्धि का हवाला दिया है। जिन अमेरिकी घटनाओं ने चिंता पैदा की उनमें अक्टूबर में इलिनोइस में 6 वर्षीय फिलिस्तीनी अमेरिकी वाडिया अल-फयूम की चाकू मारकर हत्या, नवंबर में वर्मोंट में फिलिस्तीनी मूल के तीन छात्रों की गोली मारकर हत्या और फरवरी में टेक्सास में एक फिलिस्तीनी अमेरिकी व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या शामिल है। काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस वकालत समूह का कहना है कि उसे 2023 के आखिरी तीन महीनों के दौरान 3,578 शिकायतें मिलीं, जो एक साल पहले की समान अवधि में मुस्लिम विरोधी घटनाओं के बारे में शिकायतों से 178% अधिक है।

ये भी पढ़े:Indian Navy ने सोमालिया तट पर बांग्लादेशी ध्वज वाले जहाज को बचाया, समुद्री डकैतों के हमले का दिया करारा जवाब

हम नफरत को पहचानते है- बाइडन

इसके साथ ही बाइडन ने एक बयान में कहा, “हम उस हिंसा और नफरत को पहचानते हैं जिसका दुनिया भर में मुसलमानों को अक्सर उनकी धार्मिक मान्यताओं के कारण सामना करना पड़ता है – और गाजा में विनाशकारी युद्ध के मद्देनजर इस्लामोफोबिया का बदसूरत पुनरुत्थान।”इस्लामोफोबिया का हमारे देश में कोई स्थान नहीं है। फिर भी संयुक्त राज्य अमेरिका में मुसलमान अक्सर अपने रोजमर्रा के जीवन के दौरान आधारहीन भय, खुलेआम भेदभाव, उत्पीड़न और हिंसा सहते हैं।

ये भी पढ़े:-Sanjay Bhandari: इस हथियार कारोबारी को ब्रिटेन से प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की अनुमति मिली, जानें पूरा मामला

वकालत समूह का बयान

वहीं इस मामले में वकालत समूह ने कहा कि, काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस ने बिडेन के बयान को खारिज कर दिया और व्हाइट हाउस पर गाजा में स्थायी युद्धविराम के आह्वान की उपेक्षा करके और इज़राइल को बिना शर्त समर्थन देकर समस्या में योगदान देने का आरोप लगाया। “व्हाइट हाउस यहां अमेरिका में एक फिलिस्तीनी मुस्लिम बच्चे के खिलाफ हिंसा की निंदा नहीं कर सकता है, साथ ही गाजा में फिलिस्तीनी मुस्लिम बच्चों की सामूहिक हत्या को सक्षम कर सकता है, न ही व्हाइट हाउस गाजा में विनाश को ‘विनाशकारी’ कह सकता है, साथ ही उन लोगों को हथियार भेज सकता है।

Shubham Pathak

शुभम पाठक लगभग दो वर्ष से पत्रिकारिता जगत में है। वर्तमान में इंडिया न्यूज नेशनल डेस्क पर कार्यरत है। वहीं इससे पूर्व में STV Haryana, TV100, NEWS India Express और Globegust में काम कर चुके हैं। संपर्क का स्रोत:- sirshubham84@gmail.com

Recent Posts

नेपाल के अलावा इन देशों के नागरिक भारतीय सेना में दिखाते हैं दमखम, जानें किन देशों की सेना में एंट्री नहीं

Indian Army: भारतीय सेना अपने साहस के लिए पूरे विश्व में मशहूर है। साथ ही…

24 minutes ago

‘टेररिज्म, ड्रग्स और साइबर क्राइम…,’ PM मोदी ने गुयाना की संसद को किया संबोधित, दूसरे विश्वयुद्ध को लेकर खोला गहरा राज!

PM Modi Guyana Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुयाना दौरे पर हैं। जहां उन्हेंने…

54 minutes ago