India News (इंडिया न्यूज़), US: भारत के प्रधानमंत्री सोमवार को मिस्र दौरे के बाद भारत लौट आए हैं। बता दे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दीन तक अमेरिका के दौरे पर थे। जिसके बाद वो मिस्र पहुंचे। मोदी का यह दौरा हर तरफ चर्चा का विषय बना रहा। इसकी को लेकर अमेरिकी आयोग के पूर्व आयुक्त जॉनी मूरे ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले मिस्र दौरे की सराहना की। मूरे ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान लोकतांत्रिक और बहुलवादी मूल्यों का भव्य प्रदर्शन हुआ और उन्होंने उज्जवल भविष्य का संदेश दिया।

मोदी को मिला मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान

जॉनी मूरे ने एक विशेष इंटरव्यू में कहा कि दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश के प्रधानमंत्री ने सबसे महत्वपूर्ण अरब देश के राष्ट्रपति के साथ बैठकर स्पष्ट रूप से संदेश दिया है कि भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ पुरस्कार से सम्मानित किया। यह भारत के लिए गौरव का क्षण है। प्रधानमंत्री को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ समेत 13 देश सर्वोच्च राज्य सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं।

मूरे ने की मोदी की उपलब्धियों की प्रशंसा

जॉनी मूरे ने मोदी की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक शक्तिशाली तस्वीर थी, जिसमें दुनिया में सबसे अधिक हिंदू आबादी वाले देश के नेता को विश्व के सबसे बड़े इस्लामी राष्ट्र से सम्मान मिला। उन्होंने कहा, इस्लामी इतिहास में मिस्र एक बहुत ही महत्वपूर्ण देश है। मेरा मतलब है कि संदेश साफ और स्पष्ट था। मिस्र के राष्ट्रपति कह रहे थे कि हिंदू समुदाय का मिस्र में स्वागत होना चाहिए। दुनियाभर में बड़े पैमाने पर राजनीतिक ताकते हैं, जो धर्मों, समुदायों और भाषाओं को विभाजित करना चाहती हैं।
भारत से बहुत कुछ सीख सकता है अमेरिका-मूरे

इंटरव्यू में मूरे ने कहा कि अमेरिका, भारत से बहुत कुछ सीख सकता है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत से अमेरिका और फिर मिस्र की यात्रा की है, उसका संदेश यह है कि राजनीति और विभाजन से ज्यादा ताकतवर कुछ है तो वह मूल्य हैं। मूरे ने कहा कि भारत में संविधान वाला लोकतंत्र है, इतनी विविधता है, दो हजार से ज्यादा राजनीतिक दल हैं, कई भाषाएं है, इसलिए यह अविश्वसनीय रूप से एक बहुलवादी देश है। यह एक ऐसा देश है जो हर एक चुनाव में अपने लोकतंत्र के लिए लड़ता है।

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