India News (इंडिया न्यूज), Mohammad Aurangzeb: पाकिस्तान में अब नई सरकार सत्ता में आ गई है, जिसके लिए देश को आर्थिक संकट से बचाना सबसे बड़ी चुनौती है। मोहम्मद औरंगजेब ने आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान में वित्त मंत्री का पदभार संभाल लिया है। इससे पहले सोमवार को उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने शपथ दिलाई थी। औरंगजेब हबीब बैंक लिमिटेड (HBL) के अध्यक्ष और सीईओ हैं। उनके पास बैंकिंग उद्योग में 35 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपना करियर सिटीबैंक से शुरू किया और फिर एबीएन एमरो बैंक में चले गए। वहीं, बाद में एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए ग्लोबल कॉरपोरेट बैंक के सीईओ के रूप में जेपी मॉर्गन में भी शामिल हुए। हालांकि, अब भारत में उनकी तुलना डॉ. मनमोहन सिंह से की जा रही है। साथ यह भी पूछा जा रहा है कि, क्या औरंगजेब पाकिस्तान को उसी तरह बचा पाएंगे जैसे डॉ. मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री रहते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाया था?

औरंगजेब बने पाकिस्तान के नये वित्त मंत्री

1991 में वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. मनमोहम सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बड़े बदलाव किये, जिनकी आज भी प्रशंसा की जाती है। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय में आगमन के पहले दिन वित्त सचिव और अन्य अधिकारियों ने औरंगजेब का गर्मजोशी से स्वागत किया। पहले दिन उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके अलावा उन्हें मंत्रालय की स्थिति के बारे में भी जानकारी दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सोमवार को नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मंत्रिमंडल के 19 सदस्यों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया जिसमें प्रधान मंत्री शरीफ और अन्य लोग शामिल हुए।

इशाक डार का कटा पत्ता

पाकिस्तान में पीएमएल-एन और पीपीपी की गठबंधन सरकार है। औरंगजेब को वित्त मंत्री बनाने पर दोनों पक्षों में सावधानीपूर्वक विचार किया गया। पहले चर्चा थी कि चार बार वित्त मंत्री रह चुके इशाक डार को चुना जाएगा। लेकिन इस बार नए चेहरे की मांग की गई। इशाक डार को आईएमएफ के साथ कठिन बातचीत के लिए जाना जाता है। फिलहाल वह 6.5 अरब रुपये का बेलआउट पैकेज पाने में असफल रहे, जिसके लिए उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा।

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इन मंत्रियों ने ली शपथ?

इशाक डार ने 2013-16 आईएमएफ कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया। औरंगजेब को पाकिस्तान का वित्त मंत्री तब बनाया गया है जब देश आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। शपथ लेने वालों में औरंगजेब के अलावा इशाक डार, ख्वाजा आसिफ, अहसान इकबाल, आजम तरार, राणा तनवीर, मोहसिन नकवी, अहद चीमा, खालिद मकबूल सिद्दीकी, रियाज प्रिजादा, कैसर शेख, शजा फातिमा, अलीम खान, जाम कमाल, आमिर शामिल हैं। मुकाम, अवैस लेघारी, अत्ता तरार, सालिक हुसैन और मुसद्दिक मलिक के नाम शामिल हैं।

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