India News (इंडिया न्यूज), Mohammad Yunus Faces Investigation : अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अब कई लोगों पर गाज गिर सकती है। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम मोहम्मद यूनुस का हो सकता है। बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन करके पूर्व पीएम शेख हसीना को हटाने में मोहम्मद यूनुस का बड़ा हाथ है। इस वक्त यूनुस अंतरिम सरकार के मुखिया के पद प हैं। लेकिन अब उनको ट्रंप का कोप झेलना पड़ सकता है, और इसके पीछे की वजह यूनुस और हिलेरी क्लिंटन के बीच पुरानी यारी को बताया जा रहा है। असल में हिलेरी क्लिंटन हमेशा से ही ट्रंप की विरोधी रहीं हैं। 2016 में यूनुस ने हिलेरी क्लिंटन फाउंडेशन को 3 लाख डॉलर (करीब 2.5 करोड़ भारतीय रुपये) का डोनेशन दिया था। अमेरिका में यूनुस की बेटी मोनिका रहती हैं। उनकी इस हरकत से ट्रंप उनसे चिढ़े हुए हैं। अब ट्रंप की नई सरकार में मोहम्मद यूनुस को जांच का सामना करना पड़ सकता है।
अब ऐसा माना जा रहा है कि उस वक्त ट्रंप के खिलाफ जाने की वजह से मोहम्मद यूनुस को अब अनेक जांचों का सामना करना पड़ सकता है। आरोप ये भी है कि हिलेरी क्लिंटन से उनकी बेहद नजदीकियों की वजह से ही यूनुस की बेटी मोनिका यूनूस को पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन में विशेष स्थान मिला। यही नहीं हिलेरी क्लिंटन के विदेश मंत्री रहते हुए उन्हें करोड़ों डॉलर का लोन दिया गया. यह भी आरोप है कि इसके लिए तमाम नियम कानूनों को ताक पर रख दिया गया।
3 लाख अमेरिकी डॉलर का डोनेशन!
साल 2016 में यूनुस ने हिलेरी क्लिंटन फाउंडेशन को 3 लाख अमेरिकी डॉलर का डोनेशन दिया था। इसी के बाद ट्रंप और मोहम्मद यूनुस के बीच टकराव बढ़ गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस डोनेशन को लेकर ट्रंप बेहद परेशान थे क्योंकि यह डोनेशन उनके खिलाफ दिया गया था। ऐसा भी कहा जा रहा है कि क्लिंटन फाउंडेशन ने इस डोनेशन को रहस्यमयी तरीके से अपनी वेबसाइट की लिंक से हटा दिया था।
अवामी लीग पर बनाया था प्रेशर
अमेरिकी कांग्रेस के अनुसार हिलेरी क्लिंटन ने मोहम्मद यूनुस की मदद के लिए बांग्लादेश की अवामी लीग सरकार के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाई थी। उन्होंने मोहम्मद यूनुस को भ्रष्टाचार और वित्तीय अपराध के आरोपों से बचाने के लिए अमेरिकी विदेश विभाग बांग्लादेश में अपने दूतावास में विश्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया था। आरोप तो ये भी है कि हिलेरी क्लिंटन ने मुहम्मद यूनुस की ओर से बांग्लादेश को बार-बार सीधी धमकियां दी। तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को आगाह किया कि विश्व बैंक पद्मा ब्रिज परियोजना के लिए पहले से स्वीकृत 1.2 बिलियन डॉलर के ऋण को वापस ले सकता है। फिलहाल ये कहना गलत नहीं होगा कि अब मोहम्मद यूनुस और अमेरिका में मौजूद उनकी बेटी मोनिका यूनुस का बुरा वक्त शुरू होने वाला है।