India News (इंडिया न्यूज), Mossad Female Agent: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद अपने काम करने की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है। इस एजेंसी में महिलाएं भी अहम भूमिका निभाती हैं। परंतु अक्सर यह सवाल उठता है कि मोसाद की महिला एजेंट शादी क्यों नहीं करतीं? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोसाद की महिला एजेंट पिछले कुछ सालों में कई अहम मिशन पूरे कर चुकी हैं। लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई में मोसाद की महिला एजेंटों की भूमिका काफी अहम थी। उन्होंने हिजबुल्लाह के नेटवर्क में घुसकर कई अहम जानकारियां हासिल की थीं।

क्या खुफिया एजेंटों को छोड़ना पड़ता है निजी जीवन?

बता दें कि, एक खुफिया एजेंट का जीवन काफी चुनौतीपूर्ण होता है। उन्हें अक्सर अपनी पहचान छिपानी पड़ती है, खतरनाक मिशन पर जाना पड़ता है और अक्सर लंबे समय तक घर से दूर रहना पड़ता है। ऐसे में निजी जीवन में संतुलन बनाना काफी मुश्किल हो जाता है। दरअसल, एक खुफिया एजेंट की पहचान गोपनीय होती है। वहीं शादी करने का मतलब है कि उन्हें अपने जीवन को अपने जीवनसाथी और परिवार के साथ साझा करना होगा। इससे उनका मिशन खतरे में पड़ सकता है। वहीं, खुफिया मिशन अक्सर अचानक शुरू होते हैं और लंबे समय तक चल सकते हैं। ऐसे में एजेंट के लिए परिवार के लिए समय निकालना मुश्किल होता है।

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मिशन को कैसे अंजाम देते हैं मोसाद एजेंट?

दरअसल, खुफिया मिशन में शामिल होने का मतलब है कि एजेंट हमेशा खतरे में रहते हैं। शादी होने पर यह खतरा न केवल एजेंट के लिए बल्कि उसके परिवार के लिए भी बढ़ जाता है। इसके साथ ही खुफिया मिशन का मानसिक दबाव बहुत अधिक होता है। ऐसे में एजेंट के लिए स्थिर और खुशहाल शादीशुदा जीवन जीना मुश्किल हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोसाद एजेंट अक्सर अपने ग्लैमरस अंदाज में सामने वाले से सच उगलवा लेते हैं। वहीं, इन एजेंट्स को कई बार खतरे का भी सामना करना पड़ता है और अपनी जान जोखिम में डालकर किसी भी चुनौती का सामना करना पड़ता है।

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