India News (इंडिया न्यूज), Mullah Mohammed Yakub Mujahid: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल काबुल भेजा और उसने 1996 में तालिबान सरकार में पूर्व सर्वोच्च नेता मुल्ला उमर के बेटे मोहम्मद याकूब मुजाहिद से मुलाकात की है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि मोहम्मद याकूब मुजाहिद कौन है? अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है तो हम आपको बतातें चलें कि, जब 2021 में तालिबान सरकार का गठन हुआ था, तब तालिबान के संस्थापक आतंकी मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब को अफगानिस्तान का नया रक्षा मंत्री बनाया गया है।
मुल्ला याकूब उसी मुल्ला उमर का बेटा है, जो 1999 में कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड था। मुल्ला मोहम्मद याकूब मुजाहिद अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में रक्षा मंत्री का पद संभाल रहा है। इसके साथ ही वह अफगानिस्तान के सैन्य आयोग का अध्यक्ष भी है। जानकारी के अनुसार, मोहम्मद याकूब के कश्मीर में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा और जैश आतंकी संगठनों से गहरे संबंध बताए जाते हैं।
भारतीय डेलिगेशन ने की मुलाकात
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अफगानिस्तान से अमेरिका द्वारा अपनी सेना के हटाने के बाद से तालिबान का राज चल रहा है। तब से भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों में दरार आ गई थी। अब खबर आ रही है कि, बुधवार, 6 नवंबर 2024 को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल काबुल भेजा है और अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री से मोहम्मद याकूब मुजाहिद से बातचीत की है। जानकारी के अनुसार, भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव जेपी सिंह ने किया है।
कौन हैं मुल्ला उमर?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, मुल्ला याकूब उसी मुल्ला उमर का बेटा है, जिसे 1999 में हुए कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड बताया जाता है। बतातें चलें कि, 24 दिसंबर 1999 को पाकिस्तानी आतंकियों ने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख आतंकी मसूद अजहर, अल उमर मुजाहिदीन के सरगना मुश्ताक अहमद जरगर और अलकायदा के सरगना अहमद उमर सईद शेख को छुड़ाने के लिए इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 को हाईजैक कर लिया था। नेपाल की राजधानी काठमांडू से उड़ान भरने वाले इस विमान को आतंकी अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे। उस समय कंधार पर तालिबान का शासन था। ये तीनों आतंकी भारत की एक जेल में कैद थे। इस फ्लाइट में 176 यात्री सवार थे, जिन्हें हाईजैकर्स ने 7 दिनों तक बंधक बनाकर रखा था।