India News (इंडिया न्यूज),Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अब सिर्फ 2 हफ्ते बचे हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस दो सबसे बड़े दावेदार हैं। दोनों के बीच मुकाबला कड़ा है, माना जा रहा है कि यह अमेरिका के इतिहास के सबसे दिलचस्प चुनावों में से एक हो सकता है। इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस के लिए राहत भरी खबर है। दरअसल, अमेरिकी मुसलमानों के एक समूह ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए कमला हैरिस और उनके साथी उम्मीदवार टिम वाल्ज का समर्थन करने का ऐलान किया है। अमेरिकी मुसलमानों ने कमला हैरिस का समर्थन किया 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अमेरिकी मुसलमानों के एक समूह ने कहा कि अमेरिकी होने के नाते उनका मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा ईमानदारी और सच्चाई पर आधारित होनी चाहिए और उनके नेताओं को ऐसे अमेरिका को बढ़ावा देना चाहिए जो कट्टरता को कोई मंजूरी न दे। अटलांटिक काउंसिल के साउथ एशिया सेंटर के संस्थापक-निदेशक शुजा नवाज ने कहा कि ‘हम उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और गवर्नर टिम वाल्ज का समर्थन करते हैं।’
मुस्लिम ट्रंप को विभाजनकारी मानते हैं! शुजा नवाज ने कहा कि इस चुनाव में विकल्प बिल्कुल साफ हैं। उन्होंने कमला हैरिस और डेमोक्रेटिक पार्टी की लाइन को दोहराया और कहा कि हमारे पास भविष्य के लिए दो विकल्प हैं – एक ऐसा भविष्य जिसमें सभी अमेरिकी शामिल हों और समृद्धि, शांति और लोकतंत्र को बढ़ावा दिया जाए, या एक ऐसा भविष्य जो विभाजित हो, स्वतंत्रता को नष्ट करे और अराजकता और बेईमानी पर पनपे।
अमेरिका में विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले मुसलमानों ने इस बयान में कहा है कि, ‘उपराष्ट्रपति हैरिस और टिम वाल्ज़ के साथ नीतिगत मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वे भविष्य के लिए सबसे अच्छे विकल्प हैं। वे समझते हैं कि अमेरिका की ताकत तानाशाहों के खिलाफ खड़े होने, स्वतंत्रता की रक्षा करने, शांति को बढ़ावा देने और लोगों को एकजुट करने में निहित है। लेकिन इसके विपरीत, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प गठबंधनों को कमजोर करेंगे, तानाशाहों के साथ गठबंधन करेंगे, सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश करेंगे और केवल कुछ चुनिंदा लोगों (अरबपतियों) को बढ़ावा देंगे।
मुसलमानों का समर्थन
शुजा नवाज ने कमला हैरिस और टिम वाल्ज को समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा कि हम सभी अमेरिकियों से इस नवंबर में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों को वोट देने की अपील करते हैं, ताकि एक ऐसा भविष्य सुनिश्चित हो सके जहां एकता बनी रहे और राष्ट्रीय सुरक्षा जिम्मेदार नेताओं के हाथों में हो जो हमें सुरक्षित रखेंगे।
गाजा में चल रहे युद्ध के बीच अमेरिकी मुसलमानों का यह समर्थन कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका की एक बड़ी आबादी गाजा में युद्ध विराम और इजरायल को हथियारों की आपूर्ति रोकने की मांग कर रही है। अमेरिकी-अरब समूह लगातार डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार से इस मांग पर चर्चा कर रहे हैं, ऐसे में अमेरिका के एक बड़े मुस्लिम समूह का समर्थन मिलना कमला हैरिस के लिए चुनाव में फायदेमंद हो सकता है।
अमेरिका में मुसलमान
अमेरिका में मुस्लिम अमेरिकी एक बढ़ती हुई आबादी है, जो ईसाई और यहूदियों के बाद तीसरे स्थान पर है। 2020 में अमेरिका में हुई धार्मिक जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 45 लाख मुसलमान हैं जो कुल आबादी का 1.5% है। ऐसा माना जा रहा है कि 2050 तक यह आंकड़ा दोगुना हो सकता है और मुसलमान, यहूदियों को पीछे छोड़कर अमेरिका में दूसरी सबसे बड़ी आबादी बन सकते हैं।