India News (इंडिया न्यूज), Nepal Floods: नेपाल में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ और भूस्खलन से पूरे देश में कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई। जबकि बचाव दल 44 लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। पुलिस ने शनिवार (28 सितंबर) को यह जानकारी दी। दरअसल, जून से सितंबर तक मानसून के मौसम में दक्षिण एशिया में बारिश से संबंधित आपदाएं आम हैं। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण इनकी आवृत्ति और गंभीरता बढ़ रही है।बता दें कि, शुक्रवार से नेपाल के बड़े हिस्से में बाढ़ आ गई है। जिसके कारण आपदा अधिकारियों ने कई नदियों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है।
बाढ़ ने मचाई उत्पात
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता दान बहादुर कार्की ने एएफपी को बताया कि अब तक 59 लोगों की मौत हो गई है, 36 घायल हैं और 44 लापता हैं। कार्की ने कहा कि बाढ़ और भूस्खलन की 200 से अधिक घटनाएं सामने आई हैं और मृतकों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है। साथ ही राजधानी काठमांडू के आसपास की नदियों ने अपने तटबंध तोड़ दिए हैं, जिससे आस-पास के घर जलमग्न हो गए हैं। वहीं शहर में उफनती बागमती नदी के पास एक मोटरबाइक वर्कशॉप चलाने वाले 34 वर्षीय महमद शबुद्दीन ने कहा कि यह डरावना है। मैंने अपने जीवनकाल में पहले कभी इस तरह की तबाही नहीं देखी थी। वहीं जीवित बचे लोगों को इमारतों की छतों पर खड़े या सुरक्षित जगह पर पहुँचने के लिए गंदे पानी से गुज़रते देखा गया।
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मेन हाईवे हुआ ब्लॉक
अधिकारियों ने बताया कि नेपाल में बारिश का सितम जारी है। जिसकी वजह से सड़क यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। बताया जा रहा कि देशभर में 44 स्थानों पर मुख्य हाईवे ब्लॉक हो गए हैं। इस बीच, कार्यवाहक प्रधानमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने गृह मंत्री, गृह सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों समेत विभिन्न मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई है। साथ ही उन्हें खोज तथा बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।