India News (इंडिया न्यूज), Netanyahu UN Speech: हमास और हिजबुल्लाह के साथ युद्ध के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने शुक्रवार (27 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ईरान, हमास और हिजबुल्लाह पर निशाना साधा और अपने सबसे करीबी दोस्त अमेरिका को नसीहत भी दी। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल एक साल से असहनीय स्थिति को बर्दाश्त कर रहा है। लेकिन आज मैं यहां यह कहने आया हूं किबस बहुत हो गया। ईरान और इराक को मध्य पूर्व के लिए अभिशाप बताते हुए नेतन्याहू ने कहा कि पिछले साल इजरायल और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक डील होने वाली थी। लेकिन हमास ने हमला करके इसे रोक दिया। नेतन्याहू ने ईरान पर आरोप लगाया है कि वह इजरायल और सऊदी अरब के बीच समझौता नहीं चाहता है।
नहीं रुकेंगे लेबनान-गाजा में हमले
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में साफ-साफ कहा है कि लेबनान और गाजा में हमले नहीं रुकेंगे। उनकी सेना हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ तब तक लड़ेगी। जब तक वे अपने युद्ध के लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते। नेतन्याहू ने कहा कि मैं इस साल यूएनजीए में नहीं आना चाहता था, लेकिन जब मैंने इस मंच पर कई वक्ताओं को इजरायल के बारे में झूठ फैलाते सुना। तब मैंने यहां आकर दुनिया के सामने सच लाने का फैसला किया।
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हमास के सामने युद्ध खत्म करने के लिए रखी 3 शर्तें
नेतन्याहू ने यूएनजीए के मंच से हमास को संदेश दिया कि अगर वह गाजा में संघर्ष खत्म करना चाहता है, तो उसे 3 शर्तें माननी होंगी। उन्होंने कहा कि यह युद्ध तभी खत्म हो सकता है। जब हमास आत्मसमर्पण कर दे, हथियार डाल दे और सभी बंधकों को रिहा कर दे। नेतन्याहू ने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो हम तब तक लड़ेंगे जब तक हमें पूरी जीत हासिल नहीं हो जाती। इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। इजरायली पीएम ने कहा कि इजरायल को अपने नागरिकों की रक्षा करने, उन्हें सुरक्षित उनके घर वापस भेजने का पूरा अधिकार है और हम ठीक यही कर रहे हैं।
ईरान-इराक को बताया अभिशाप
ईरान, इराक समेत कुछ देशों को नेतन्याहू ने अभिशाप बताया। उन्होंने अपने हाथ में दो नक्शे दिखाए और कहा कि यह आतंक का नक्शा है। जिस नक्शे का वह जिक्र कर रहे थे। उसमें ईरान, इराक, सीरिया और यमन को दिखाया गया था। इन देशों को काले रंग से दिखाया गया था। नेतन्याहू ने इन चारों देशों को अभिशाप बताते हुए कहा कि एक तरफ भविष्य की उम्मीद है तो दूसरी तरफ भविष्य का अंधेरा है।