India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Conspiracy Against India : भारत लागतार अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में DRDO ने हाइपरसोनिक मिसाइल के इंजन का सफल परीक्षण किया था। इस परीक्षण के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। तमाम पाकिस्तानी डर के मारे बहकी बहकी बातें कर रहे हैं। उससे इतर डिफेंस एक्सपर्ट्स हो या डिफेंस वैज्ञानिक उनका मानना है कि हाइपरसोनिक इंजन का सफल परीक्षण के बाद भारत हाइपरसोनिक मिसाइलों की फौज खड़ी कर लेगा। पाकिस्तान में लोग कह रहे हैं कि भारत ने हाइपरसोनिक मिसाइल भी उन्होंने डेवलप कर ली हैं।
भारत की ‘हाइपरसोनिक मिसाइल’ का पाकिस्तान में डर
भारत की ‘हाइपरसोनिक मिसाइल’ की पॉवर का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि हाइपरसोनिक मिसाइल को लाहौर पहुंचने में बस 30 सेकेंड लगेंगे। वहीं रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना का बेस उड़ाने में 2 मिनट 46 सेकेंड लगेंगे। राजधानी इस्लामाबाद तक मिसाइल को पहुंचने में 2 मिनट 46 सेकेंड लगेंगे। वहीं पाकिस्तान की पोर्ट सिटी कराची सिर्फ 6 मिनट में तबाह हो सकती है। वहीं पेशावर तक हाइपरसोनिक तबाही को पहुंचने में केवल 3 मिनट 23 सेकेंड का समय लगेगा।
‘बम बांधकर करेंगे हमला’
भारत की ‘हाइपरसोनिक मिसाइल’ के सफल परीक्षण के बाद से मानों पूरा पाकिस्तानी जनता पागल हो गई है। एक पाकिस्तानी यू-ट्यूबर ने अपने शो में जब पूछा कि इंडिया मिसाइल पर मिसाइल बना रहा है। टेक्नोलॉजी में आगे जाता जा रहा है। क्या कहना चाहेंगे एक पाकिस्तानी के तौर पर?तब इसके जवाब में कुछ लोगों ने कहा, ‘भाईजान हमारे पास जज़्बा बहुत है। पाकिस्तानियों के पास बहुत जज्बा है। एक ने तो ये कह दिया, इंडिया का मुकाबला करने के लिए हम बम बांधकर चले जाएंगे। आगे शक्स कहता है कि पाकिस्तान हौसले में काफी आगे है। हम जहाज में आएंगे और इंशा अल्लाह पैराशूट पर उतरकर उनके जहाज़ तबाह कर देंगे।
भारत की बढ़ती ताकत
पाकिस्तान के एक्सपर्ट जानते हैं भारत हाइपरसोनिक इंजन का परीक्षण करके कितने आगे जा चुका है। भारत की सैन्य क्षमका की बात करें तो बैलिस्टिक मिसाइल से लेकर क्रूज़ मिसाइल, सतह से हवा में हमले वाली मिसाइल, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल भी हैं और एंटी शिप मिसाइल भी हैं। वहीं एंटी सेटेलाइट मिसाइल भी भारत के पास हैं, फिर टैक्टिकल मिसाइल भी हैं। हाइपरसोनिक मिसाइल भी उन्होंने डेवलप कर ली है। तो पाकिस्तान के पास ऐसा कुछ भी नहीं है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के अलावा चीन के पास भी हाइपरसोनिक मिसाइल का कोई जवाब नहीं है। भारत के अलावा चीन, रूस और अमेरिका भी इस तकनीक पर काम कर रहे हैं।