इंडिया न्यूज़ (Pakistan, pakistan government insulted again): पाकिस्तान सरकार की कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेइज्जती हो चुकी है। एक बार फिर पाकिस्तान की शहबाज सरकार को अपने गलत दावे को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर बेइज्जती का सामना करना पड़ा है। इस बेइज्जती से पाकिस्तान सरकार को शर्मिंदा होना पड़ा है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने रविवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के उस दावे को खारिज करते हुए कहा कि आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने पाक पीएम को कॉल किया था। आईएमएफ ने कहा कि पाकिस्तान सरकार का यह दावा इसलिए गलत है, क्योंकि इस वार्ता का अनुरोध खुद पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने किया था।
आपको बता दें कि शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री शहबाज के कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया था कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक ने शहबाज को फोन किया था। एक भाषण के दौरान, प्रधानमंत्री शहबाज ने भी यह दावा किया था कि आईएमएफ के प्रबंध निदेशक ने उनसे संपर्क किया था।
पाकिस्तान में इन दिनों महंगाई आसमान छू रही है, जिसके चलते पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गया है। फिर भी पाकिस्तान सरकार हेकड़ी मार रही है और अपने तरीके बदलने के लिए तैयार नहीं है।
पाक सरकार की हालत बेहद खराब हो चुकी है, उसके पास केवल 4.5 बिलियन डॅालर का विदेशी मुद्रा भंडार है। यह भंडार केवल तीन सप्ताह के आयात के लिए पर्याप्त हैं। वहीं, पाकिस्तान की कर्ज अदायगी 8.5 अरब डॉलर है। इसमें यूएई को 2 बिलियन डॉलर शामिल हैं, जिसके लिए सरकार रोलओवर पाने की कोशिश कर रही है।