India News (इंडिया न्यूज),IMF loan to Pakistan:आईएमएफ ने पाकिस्तान के लिए एक अरब डॉलर के राहत पैकेज को मंजूरी दे दी है। वो भी तब जब भारत ने इसका कड़ा विरोध किया था। भारत ने आईएमएफ की समीक्षा बैठक में साफ कहा कि इस बात का कोई भरोसा नहीं है कि पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने में नहीं करेगा। हालांकि पाकिस्तान की आर्थिक हालत कोई नई बात नहीं है।
India Pakistan Tension
आईएमएफ ने खुद पाकिस्तान को 24 बार कर्ज दिया है।उसने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और कई अन्य देशों से कर्ज लिया है। उसके बाद भी पाकिस्तान की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि पाकिस्तान को भीख मांगने की लत क्यों है? पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस समय कहां खड़ी है? पाकिस्तान पर इस समय कितना कर्ज है?सुधार के कुछ संकेतों के बावजूद, आईएमएफ ने अपनी अप्रैल 2025 की रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान में सुस्त और असमान आर्थिक सुधार देखने को मिले हैं।
एक तरफ, मुद्रास्फीति उम्मीद से कहीं ज़्यादा तेज़ी से कम हुई है। दूसरी तरफ़, पूंजीगत वस्तुओं के आयात और उपभोक्ता विश्वास में सुधार हुआ है। लेकिन आर्थिक गतिविधि पूर्वानुमान से कमज़ोर बनी हुई है, और कुल मिलाकर विकास की रफ़्तार कमज़ोर है। वित्त वर्ष 2022-23 में पाकिस्तान की वृद्धि दर -0.2 प्रतिशत रही। जबकि आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2023-24 में 2.5 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2024-25 में 2.7 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है और विश्व बैंक ने 3.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है।