India News (इंडिया न्यूज), Pakistan News Hindi: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई की। जिनमें से सिंधु नदी का पानी रोक दिया गया। इसके बाद पाकिस्तान की हालत खराब हो गई है। हर पड़ोसी देश के साथ उसकी परेशानियां बढ़ती जा रही हैं और हर कोई उसे सबक सिखाने के मूड में है। सिंधु जल संधि को लेकर भारत के साथ विवाद पुराना है, लेकिन अब यह विवाद इतना गहरा गया है कि यह युद्ध की नौबत तक पहुंच रहा है। उस पर से अफगान तालिबान, जो कभी पाकिस्तान का दोस्त हुआ करता था, अब पाकिस्तान का जीना मुश्किल करने पर आमादा है।
तालिबान ने धमकी दी है कि वह उसकी नदियों का पानी रोक देगा, ताकि पाकिस्तान तरसता रह जाए। और इतना ही काफी नहीं था, ईरान भी पाकिस्तान से तंग आ चुका है। उसने अपनी सीमा पर चार मीटर ऊंची दीवार बनानी शुरू कर दी है, ताकि आतंकवादियों और तस्करों को रोका जा सके। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। भारत अपने हिस्से के पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रहा है। इसकी वजह से पाकिस्तान को मिलने वाला पानी कम हो रहा है और वह घबरा गया है। यही वजह है कि पाकिस्तान पानी के नाम पर भारत को धमका रहा है। हद तो तब हो गई जब पाकिस्तान में बैठे आतंकी और सेना के जनरल भारत को उसी भाषा में धमकाने लगे।
Pakistan News Hindi (चौतरफा घिरा पाकिस्तान)
पाकिस्तान अभी यह समझ भी नहीं पाया था कि भारत से कैसे निपटना है, तभी अफगान तालिबान ने भी उसकी नींद उड़ा दी। बलूच कार्यकर्ता मीर यार बलूच ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया कि तालिबान अब कुनार नदी पर बांध बनाने की तैयारी कर रहा है। यह नदी अफगानिस्तान से पाकिस्तान तक बहती है और वहां की खेती के लिए जीवनरेखा है।
तालिबान के एक वरिष्ठ जनरल मुबीन ने कुनार क्षेत्र में संभावित बांध के स्थल का दौरा किया और कहा, ‘यह पानी हमारा खून है, हम इसे पाकिस्तान में नहीं बहने देंगे। हम इससे अपनी बिजली बनाएंगे और कृषि को मजबूत करेंगे।’ अगर तालिबान वाकई बांध बनाता है तो पाकिस्तान की कृषि को भारी नुकसान होगा। अभी तक न तो तालिबान सरकार और न ही पाकिस्तान ने इस दावे पर कोई आधिकारिक बयान दिया है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह खबर जंगल में आग की तरह फैल रही है।
ईरान ने भी अपनी पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान को आईना दिखाना शुरू कर दिया है। ईरान ने अपनी पूर्वी सीमा पर 300 किलोमीटर लंबी और चार मीटर ऊंची दीवार बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसका मकसद आतंकवाद, ड्रग तस्करी और अवैध घुसपैठ को रोकना है। ईरान का कहना है कि उसके सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में हो रहे आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाले आतंकियों का हाथ है। ईरान ने पिछले साल केरमान और सिस्तान-बलूचिस्तान में हुए बड़े आतंकी हमलों के बाद यह दीवार बनाने का फैसला किया था।
ईरान की सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, 80 फीसदी ड्रग तस्करी पाकिस्तान और अफगानिस्तान से लगती सीमाओं के जरिए होती है। जनवरी 2024 में ईरान ने पाकिस्तान के अंदर जैश अल-अदल नामक आतंकवादी समूह के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमला किया था। पाकिस्तान ने इसे ‘अवैध’ बताया और ‘गंभीर परिणाम’ की चेतावनी दी।