India News (इंडिया न्यूज), Pakistan News: पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार जारी है। भारत लगातार एक के बाद एक कार्रवाई कर रहा है। जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इस बीच पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने विदेशी भाड़े के सैनिकों को काम पर रखा है, जो संभावित भारतीय हमले की स्थिति में पाकिस्तानी शीर्ष अधिकारियों की सुरक्षा करेंगे। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में लड़ने वाली अमेरिकी और ब्रिटिश प्राइवेट मिलिट्री कंपनियों (पीएमसी) से जुड़े सैनिक अब पाकिस्तान में सक्रिय हैं।
पीएमसी यानी प्राइवेट मिलिट्री कंपनियां ऐसी निजी कंपनियां हैं जो पैसे के बदले युद्ध, सुरक्षा और प्रशिक्षण जैसी सेवाएं देती हैं। इसमें अमेरिका के ‘फॉरवर्ड ऑब्जर्वेशन ग्रुप’ (FOG) और ब्रिटेन के ‘डेल्टा PMC’ का नाम सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट और तस्वीरों से पता चलता है कि FOG के हथियारबंद सैनिक इस्लामाबाद और लाहौर जैसे शहरों में देखे गए हैं। यहां तक कि पाकिस्तान वायुसेना के नोहर खान एयरबेस से भी FOG से जुड़े सुराग मिले हैं। पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर ऐसे कई दावे किए जा रहे हैं कि पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव को देखते हुए पाकिस्तान ने अपने शीर्ष सैन्य अधिकारियों की सुरक्षा के लिए विदेशी निजी सैन्य कंपनियों (पीएमसी) डेल्टा पीएमसी और फॉरवर्ड ऑब्जर्वेशन ग्रुप को नियुक्त किया है।
Pakistan News (पीएमसी की आड़ में पाकिस्तान के एलओसी क्षेत्र में बंकर बना रहा चीन)
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डेल्टा पीएमसी, जिसमें पूर्व ब्रिटिश एसएएस ऑपरेटिव शामिल हैं। कहा जा रहा है कि इसका पाकिस्तानी सेना के साथ समझौता है। ये पीएमसी युद्ध जैसी स्थितियों से निपटने के लिए पाकिस्तानी जनरलों की सुरक्षा करेंगी, क्योंकि स्थानीय सैनिकों पर भरोसा नहीं है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन दावों का कोई ठोस सबूत नहीं है और ये दुष्प्रचार हो सकते हैं। इन अफवाहों के स्रोत के रूप में भारतीय रक्षा अनुसंधान विंग का हवाला दिया गया है। ये जानकारी सामने आ रही है कि पाकिस्तानी सेना आंतरिक आलोचना और चुनौतियों का सामना कर रही है, जिसके कारण इस तरह की आउटसोर्सिंग सामने आ सकती है।
कुछ रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इन पीएमसी की आड़ में चीनी सेना से जुड़े लोग पाकिस्तान के एलओसी क्षेत्र में बंकर बना रहे हैं। इसके साथ ही चीन की ओर से ड्रोन और यूएवी की आपूर्ति भी की जा रही है। इन सभी कारणों से पाकिस्तान की निगरानी और हमला करने की क्षमता कुछ हद तक बढ़ रहा है।