India News(इंडिया न्यूज),Pakistan: पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव को लेकर पाकिस्तान की सियासत में जबरदस्त गर्माहट है। वहीं मतगणना के बाद पाकिस्तान की हालत और गंभीर हो गई है। जिसके बाद अब पाकिस्तान आम चुनाव को रद्द करने की बातें तेज हो गई है। क्योंकि पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की तीन-न्यायाधीशों की पीठ 8 फरवरी के आम चुनावों को अमान्य घोषित करने की मांग वाली याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगी। पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश काजी फ़ैज़ ईसा उस पीठ का नेतृत्व करेंगे जिसमें न्यायमूर्ति मुहम्मद अली मज़हर और न्यायमूर्ति मुसरत हिलाली शामिल होंगे।
अदालत में दायर हुई ये याचिका
पाकिस्तान के नागरिक अली खान ने अदालत से 30 दिनों के भीतर नए सिरे से चुनाव कराने का आदेश देने के लिए याचिका दायर की। इसके अलावा, याचिका में “निष्पक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए” न्यायपालिका की देखरेख और निगरानी में आम चुनाव कराने की मांग की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, याचिका में पाकिस्तान चुनाव आयोग (EPC) और संघीय सरकार को मामले में प्रतिवादी बनाया गया है। जहां कथित तौर पर, याचिका में मामले का समाधान होने तक नई सरकार के गठन पर रोक लगाने की मांग की गई है।
22 फरवरी से पहले आ सकता है फैसला
वहीं इस याचिका को लेकर सिंध उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया कि चुनावी निगरानीकर्ता सभी पक्षों की शिकायतें सुनें और कानून के अनुसार 22 फरवरी से पहले निर्णय लें।
पाकिस्तान आम चुनाव के नतीजे
ज्ञात हो कि, पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए, जिसमें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने 92 सीटें हासिल कीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने 75 सीटें और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने 54 सीटें हासिल कीं।
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