India News(इंडिया न्यूज),Pakistan: पाकिस्तान में आने वाले 8 फरवरी को होने वाले आम चुनाव को लेकर पाकिस्तान की सियासत गर्म है। जिसमें लड़ने के इच्छुक सैकड़ों उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र जमा किए, क्योंकि राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों के लिए अपनी उम्मीदवारी दाखिल करने की समय सीमा रविवार को समाप्त हो गई। नामांकन प्रक्रिया 20 दिसंबर को शुरू हुई थी और शुरुआत में इसे शुक्रवार को पूरा किया जाना था, लेकिन पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) ने विभिन्न राजनीतिक दलों की मांग पर इसे दो दिनों के लिए बढ़ा दिया। पीएमएल-एन के तारिक फजल चौधरी, इस्लामाबाद के पूर्व मेयर पीर आदिल गिलानी, शेख अंसार अजीज, संघीय राजधानी के पूर्व डिप्टी मेयर जीशान नकवी और चौधरी रिफत जावेद सहित कई राजनीतिक नेताओं ने रविवार को अपना नामांकन पत्र जमा किया।
वहीं इस चुनाव में सिधे लड़ाई की माने तो जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, पूर्व प्रधान मंत्री यूसुफ रजा गिलानी, राजा परवेज अशरफ और शहबाज शरीफ और कई अन्य प्रभावशाली नेताओं सहित कई प्रमुख राजनेताओं ने पहले ही अपने दस्तावेज दाखिल कर दिए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, खान ने लाहौर के दो निर्वाचन क्षेत्रों और अपने पैतृक शहर मियांवाली से पर्चा दाखिल किया है। लेकिन सरकारी उपहारों को अवैध रूप से बेचने के तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण उन्हें चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी मिलने की संभावना कम है।
मिली जानकारी के लिए बता दें कि, इस मामले में एक झटके में, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) ने इस सप्ताह मामले में उनकी दोषसिद्धि को निलंबित करने की उनकी याचिका खारिज कर दी। चुनाव में प्रमुख दल हैं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP), मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQM-P), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), जमात-ए-इस्लामी (JI) और अन्य स्थानीय पार्टियां मैदान में हैं। हालाँकि, इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी का भाग्य अभी तक स्पष्ट नहीं है क्योंकि पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) ने इसके इंट्रा-पार्टी चुनावों को खारिज कर दिया और पार्टी के प्रतीक के रूप में बल्ले का उपयोग करने से इनकार कर दिया।
इसके साथ ही बता दें कि, PTI पार्टी ने ऐलान किया है कि वह इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। एकीकृत प्रतीक के बिना, इसके उम्मीदवारों के लिए चुनाव लड़ना मुश्किल होगा। नामांकन पत्रों की स्वीकृति या अस्वीकृति के खिलाफ अपील 3 जनवरी तक प्रस्तुत की जा सकती है, 10 जनवरी तक निर्णय आने की उम्मीद है। ईसीपी 11 जनवरी को उम्मीदवारों की अद्यतन सूची जारी करने के लिए तैयार है, और उम्मीदवार 12 जनवरी तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। चुनाव चिन्हों का आवंटन 13 जनवरी को होगा। ईसीपी के अनुसार, विदेशी पर्यवेक्षक 31 दिसंबर से 20 जनवरी तक चुनावों की निगरानी के लिए आवेदन जमा कर सकते हैं।
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