India News (इंडिया न्यूज),Ram Mandir: आयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी के दिन हुआ जो भारत के लिए हर मायने में खास था। उत्तर प्रदेश की राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। एक तरफ जहां अमेरिका, मैक्सिको और लंदन जैसे देशों में भगवान राम की पूजा की गई और खुशी में लड्डू बांटे गए तो वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी देश पाकिस्तान अलग ही मूड में नजर आया।

पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि ‘भारत में बढ़ती ‘हिंदुत्व’ विचारधारा धार्मिक सद्भाव और क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा है।’ इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत सरकार से मुसलमानों समेत धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पवित्र स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को भी कहा है।

‘भारत में बढ़ते बहुसंख्यकवाद पड़ोसी देश के लिए खतरा’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) की यह टिप्पणी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या मंदिर में राम लला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आई है। इसमें कहा गया है कि ‘पिछले 31 वर्षों की घटनाएं जिनके कारण आज का अभिषेक समारोह हुआ, वह भारत में बढ़ते बहुसंख्यकवाद का संकेत है। एफओ ने एक बयान में कहा, यह भारतीय मुसलमानों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से हाशिए पर रखने के चल रहे प्रयासों का एक महत्वपूर्ण पहलू है।

2019 में आया था ऐतिहासिक फैसला

गौरतलब है कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया था। पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने केंद्र को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ का भूखंड आवंटित करने का भी निर्देश दिया।

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