India News (इंडिया न्यूज), Pakistan To Face Crisis Like Bangladesh: बांग्लादेश में कुछ महीनों से चल रहे मुश्किल हालातों को नतीजा ये हुआ कि वहां की पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) को पीएम का पद त्याग तक देश छोड़ना पड़ा। शेख हसीना की मजबूरी और बांग्लादेश की हालत बिगड़ने और सत्ता परिवर्तन के बाद पाकिस्तान खुश नजर आ रहा था। बांग्लादेश हिंसा के पीछे पाकिस्तान एजेंसी ISI का हाथ बताया जा रहा था। हालांकि, अब पाकिस्तान में कुछ ऐसा हुआ है, जिसे देखकर शहबाज सरकार (Shehbaz Sharif) खौफजदा हो गई है और पाक की तालियां, टेंशन में बदल गई हैं।
क्यों कांप गए Pakistan PM Shehbaz Sharif?
बांग्लादेश में जो बवाल उसकी शुरुआत स्टूडेंट्स के प्रदर्शन से हुई थी, जिसमें बाद में राजनीतिक पार्टियां भी शामिल हो गईं। बांग्लादेश में तबाही का मंजर देख कर भी तालियां बजा रहे पाकिस्तान के सामने भी ऐसे हालात आ गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वहां पर भी स्टूडेंट प्रोटेस्ट दस्तक दे रहा है। राजनीतिक पार्टी पीटीआई के स्टूडेंट विंग ने प्रोटेस्ट की शुरुआत कर दी है और पहले दिन पैदल मार्च किया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ये प्रोटेस्ट लंबा चलने वाला है, जिसकी वजह से पाकिस्तान की शहबाज सरकार सकते में आ गई है।
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PTI के Imran Khan ने किया क्या ऐलान?
इस प्रोटेस्ट को आगे बढ़ाते हुए इमरान खान ने 13 और 14 अगस्त को परचम-ए-हिलाल और परचम-ए-इंसाफ का ऐलान करते हुए हर किसी को इसमें शामिल होने के लिए कहा है। सभी लंबे मार्च के लिए सड़कों पर उतरेंगे।
Pakistan में जारी थ्रेट लेटर में क्या है?
पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वहां के नेशनल काउंटर टेरेरिजम अथॉरटी एक ‘थ्रेट लेटर’ जारी कर एलर्ट भी दिया है और पाकिस्तान सरकार को अप्रिय घटनाओं से सावधान रहने की सलाह दे डाली है। लेटर में सीधे तौर पर पीटीआई के कुछ शरारती तत्व के बारे में लिखते हुए उनके कानून व्यवस्था को बड़ा खतरा होने की बात कही गई है। लेटर में ये भी कहा गया है कि स्टूडेंट्स का ये आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक तौर पर गाइडेड है। इस लेटर के बाद पाकिस्तान सरकार खौफ में आ गई है और कड़े एक्शन की तैयारी कर रही है।