India News (इंडिया न्यूज), PM Modi in QUAD Summit 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने क्वाड शिखर सम्मलेन में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने डेलावेयर के विलमिंगटन में क्वाड शिखर सम्मेलन की शुरुआत करते हुए शनिवार (21 सितंबर) को अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि चतुर्भुज गठबंधन हमेशा के लिए यहां है और किसी के खिलाफ नहीं है। उन्होंने चीन के संदर्भ में कहा कि क्वाड के नेता नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और संप्रभुता के सम्मान के पक्षधर हैं। बता दें कि चीन दुनिया में अपना एकतरफा दबदबा चाहता है। इस दबदबे के लिए चीन अपने पड़ोसी देशों खासकर भारत के खिलाफ साजिश रचता है। दरअसल, चीन को लगता है कि क्वाड उसके खिलाफ ही बनाया गया है और ऐसा है भी।

कई मायनों में अहम है पीएम मोदी का संदेश

बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समूह चल रहे संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है, क्योंकि इसकी बैठक ऐसे समय हो रही है जब दुनिया कई विवादों से जूझ रही है। पीएम मोदी ने कहा कि साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का एक साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम सभी नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारा संदेश स्पष्ट है। क्वाड यहां रहने, सहायता करने, साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है। मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और अपने सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं। हमें 2025 में भारत में क्वाड लीडर्स समिट आयोजित करने में खुशी होगी।

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इस साल भारत में होना था क्वाड सम्मेलन

दरअसल, इस साल क्वाड लीडर्स समिट पहले भारत में होने वाली थी, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेनअपने गृह नगर में ही इस कार्यक्रम को आयोजित करना चाहते थे। यह बाइडेन के लिए विदाई शिखर सम्मेलन था, क्योंकि उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है। बता दें कि, अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार का मुकाबला करने के लिए 2017 में क्वाड या चतुर्भुज गठबंधन की स्थापना के लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया। वहीं चार सदस्यीय क्वाड या चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक को बनाए रखने की वकालत करती है। चीन का दावा है कि समूह का उद्देश्य इसके उदय को रोकना है।

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