India News (इंडिया न्यूज), American Reforms MTCR Rules: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया भारत का लोहा मान रही है। आज पीएम मोदी की मजबूत नेतृत्व का ही नतीजा है कि, पूरी दुनिया भारत की ताकत और उसकी क्षमता का लोहा मान रही है। दुनिया के सभी देश आज भारत की ताकत का लोहा मान रहे हैं। वहीं, दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति कहे जाने वाले अमेरिका ने भी भारत से दोस्ती निभाने के लिए अपने कानून में बदलाव किया है। मिसाइल तकनीक और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की ताकत और क्षमता ने अमेरिका को भारत के पक्ष में अपने पुराने कानून को बदलने पर मजबूर कर दिया है। 

अमेरिका इन नीतियों में करने जा रहा बदलाव

दरअसल, अमेरिकी प्रशासन ने हाल ही में एक फैसला लिया है। व्हाइट हाउस के प्रिंसिपल डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जॉन फाइनर ने घोषणा की है कि अमेरिका अपनी मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रेजीम (एमटीसीआर) के तहत निर्यात नियंत्रण नीतियों में बदलाव कर रहा है। अमेरिकी कानून में इस बदलाव का मकसद अंतरिक्ष और मिसाइल क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को और मजबूत करना है।

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क्या है MTCR?

हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, MTCR एक समझौता है, जिसे मिसाइलों और उनकी तकनीकों के प्रसार को रोकने के लिए 1986 में बनाया गया था। भारत 2016 में इस समझौते का सदस्य बना था। हालांकि, MTCR की कुछ सीमाओं के कारण भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के बीच साझेदारी सामने आ रही है। इसलिए अब अमेरिका ने फैसला किया है कि वह इन सभी बाधाओं को दूर करेगा, ताकि भारतीय और अमेरिकी कंपनियां मिलकर काम कर सकें। एमटीसीआर के नियमों में बदलाव के बाद अब दोनों देश एक दूसरे के साथ महत्वपूर्ण तकनीक का आदान-प्रदान कर सकेंगे। 

नासा भी कर चुका है भारत की तारीफ

मंगलयान और चंद्रयान जैसे भारत के अंतरिक्ष अभियानों ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी भारत की सफलता की तारीफ की है। अब अमेरिका भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है, ताकि दोनों देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को हासिल कर सकें। भारत के लिए एमटीसीआर के नियमों में बदलाव करने का अमेरिका का यह फैसला पाकिस्तान और चीन के लिए बड़ा झटका है। एक तरफ पाकिस्तान को अमेरिका से सैन्य सहयोग में कमी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ चीन को इस साझेदारी से कड़ी चुनौती मिलने वाली है।

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