India News(इंडिया न्यूज),POK Protests: महंगाई को लेकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में विरोध प्रदर्शन ने सोमवार को उस समय हिंसक रूप ले लिया जब पाकिस्तान रेंजर्स के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। वहीं खाद्य मुद्रास्फीति और उच्च बिजली बिलों तथा करों के खिलाफ हड़ताल तीसरे दिन में प्रवेश कर गई है और रविवार को हजारों लोगों ने पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद तक मार्च किया। मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई में चार लोगों की मौत हो गई।
मीरपुर में प्रदर्शनकारियों की मांग
मिली जानकारी के अनुसार मीरपुर में प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग के बाद शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था। ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएसी) ने 11 मई, शनिवार को क्षेत्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। हालाँकि, रिपोर्टों के अनुसार, मीरपुर, कोटली, दादयाल, रावलकोट, हजीरा और पीओके के अन्य हिस्सों सहित कई स्थानों पर प्रदर्शनकारी एक दिन पहले ही सड़कों पर उतर आए।
एक साल से चल रहा विरोध प्रदर्शन
जानकारी के लिए बता दें कि एक साल से अधिक समय से छिटपुट रूप से चल रहे विरोध प्रदर्शन पिछले कुछ हफ्तों में तेज हो गए हैं, जिससे सरकार को प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। दोनों पक्षों के बीच नवीनतम दौर की चर्चा गतिरोध में समाप्त होने के बाद, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री सहबाज शरीफ को सोमवार को क्षेत्र के लिए 23 अरब रुपये के सहायता पैकेज की घोषणा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार से शुरू हुई पूरी हड़ताल से पीओके के लगभग हर हिस्से में जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। पीएम शरीफ ने सहायता पैकेज की घोषणा करते हुए क्षेत्र की स्थिति को ‘बेहद चिंताजनक’ बताया।