India News (इंडिया न्यूज़), Russia, दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ प्राइवेट आर्मी वैगनर की बगावत अब थम गई है। इस मामले को लेकर रूसी राष्ट्रपति ने पहली बार बयान दिया है। इससे पहले वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने पूरे मामले पर अपनी सफाई दी थी। केवल 20 घंटे के अंदर अंदर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस पूरे मामले को काबू में कर लिया था। पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया।

  • देश को किया संबोधित
  • 20 घंटे में मामला काबू में आया
  • बेलारूस जा रहे है बगावती

पुतिन ने कहा कि कीव और उसके पश्चिमी संरक्षक और सभी प्रकार के राष्ट्रीय गद्दार चाहते थे कि रूसी सैनिक एक-दूसरे को मार डालें। आंतरिक अशांति को भंग करने के लिए सारी कोशिशें विफल होगी। शुरुआत में किसी भी तरह के खूनखराबे से बचने के लिए उनकी तरफ से आदेश दिया गया था।

वापस आने पर स्वागत

राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर आर्मी के वापस लौटने को लेकर कहा, उन्होंने जो वादा किया है उसे निभाएंगे। वैगनर आर्मी अगर बेलारूस आना चाहती है और रूस के रक्षा मंत्रालय और लॉ इंफोर्समेंट के साथ रूस की सेवा करना चाहती है तो स्वागत है। इस पूरे मामले में रूसी राष्ट्रपति ने वैगनर के उनके बीच मध्यस्तता के लिए बेलारूस का धन्यवाद भी किया।

मास्को में आपातकाल

बगावत को देखते हुए मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन (Sergei Sobyanin) ने रूस की राजधानी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी थी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा “प्राइवेट आर्मी ग्रुप वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन विद्रोह को खत्म करने के समझौते के तहत पड़ोसी देश बेलारूस चले जाएंगे। वैगनर प्रमुख के खिलाफ आपराधिक मामला भी बंद कर दिया जाएगा। वैगनर ग्रुप के सदस्यों पर भी मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। हमने हमेशा अग्रिम मोर्चे पर उनके साहसिक कार्यों का सम्मान किया है।”

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