India News, (इंडिया न्यूज), Israel-Hamas War: 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर हमले के बाद से इजरायल और गाजा के बीच जंग जारी है। अब तक इस जंग में हजारो लोगों की जान चली गई है। इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर मोदी सरकार के स्टैंड से विपक्ष ने सरकार पर हमला बोल दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में गाजा में संघर्ष-विराम का आह्वान करने वाले प्रस्ताव से भारत द्वारा दूरी बनाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा है कि वह भारत के इस कदम से स्तब्ध और शर्मिंदा हैं। प्रियंका ने कहा कि जब मानवता के साथ हर कानून को ताक पर रख दिया गया है तो ऐसे समय में अपना रुख तय नहीं करना और चुपचाप देखते रहना गलत है।
हमास कोई क्रांतिकारी संगठन नहीं है- गिरिराज सिंह
प्रियंका गांधी के पोस्ट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि “भारत फिलिस्तीन के साथ खड़ा है। लेकिन प्रियंका गांधी वोट के लिए आतंकवादी हमास के साथ खड़ी है। गिरिराज सिंह ने कहा, “प्रियंका गांधी वोट के लिए क्या-क्या करोगे? हम फिलिस्तीन के अस्तित्व के लिए कल भी खड़े और आज भी खड़े हैं। लेकिन हमास जैसे आतंकवादी संगठन का पक्ष कांग्रेस ही ले सकती है सामान्य लोग तो नहीं ले सकते हैं। हमास कोई क्रांतिकारी संगठन नहीं है। हमास एक उग्रवादी संगठन है, हमास मानवता के ऊपर एक कलंक हैं।”
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस को कलंक पसंद है, लेकिन मुझे पसंद नहीं है। आप वोट की खातिर ये कर सकते हो। ये कौन हैं? गांधी फैमिली आज तक अपने दादा के मजार पर नहीं गई होगी, अपनी जाति बताने में शर्म मसहूस होता होगा। हमें तो गर्व है कि हम हरिजन हैं, हम शेड्यूल कास्ट हैं, हम अपर कास्ट हैं इसे हम बताते हैं. भारत में विभेद मत पैदा करो वोट पाने के लिए।’
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कही यह बात
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आज भारत द्वारा यूएन में उठाए गए कदम की आलोचना की। उन्होने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “गांधी जी ने कहा था कि आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देती है। मैं स्तब्ध और शर्मिंदा हूं कि हमारा देश गाजा में संघर्ष-विराम के लिए हुए मतदान में अनुपस्थित रहा। हमारे देश का निर्माण अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर हुआ था, जिन सिद्धांतों के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया था। ये सिद्धांत संविधान का आधार हैं जो हमारी राष्ट्रीयता को परिभाषित करते हैं। ये भारत के नैतिक साहस का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य के रूप में इसके कार्यों का मार्गदर्शन किया है।”
चुपचाप देखना गलत है-प्रियंका
प्रियंका ने आगे कहा, “जब मानवता के हर कानून को नष्ट कर दिया गया है, लाखों लोगों के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा आपूर्ति, संचार और बिजली काट दी गई है और फिलिस्तीन में हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को खत्म किया जा रहा है, तो स्टैंड लेने से इंकार करना और चुपचाप देखना गलत है। यह उन सभी चीजों के विपरीत है, जिनके लिए एक राष्ट्र के रूप में भारत हमेशा खड़ा रहा है।”
फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार के बीच भ्रम की स्थिति-शरद पवार
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने यूएन में भारत के वोटिंग में शामिल नहीं होने पर कहा कि, ‘फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार के बीच भ्रम की स्थिति है। भारत की नीति फिलिस्तीन का समर्थन करने की थी, इजरायल का नहीं। (फिलिस्तीन में) हजारों लोग मर रहे हैं और भारत कभी इसका समर्थन नहीं किया। इसलिए मौजूदा सरकार में असमंजस की स्थिति है।’
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