India News (इंडिया न्यूज), Ukrain Russia War: रूस को अंदर तक चुनौती दे रही जेलेंस्की की सेना को इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ी। मंगलवार को रूसी सेना ने यूक्रेन के शहर पोल्टावा पर मिसाइलों की एक श्रृंखला को अंजाम दिया। पुतिन की सेना ने पोल्टावा शहर में उस जगह को इस्कैंडर एम बैलिस्टिक मिसाइलों से निशाना बनाया जहां यूक्रेनी सेना के रंगरूट प्रशिक्षण ले रहे थे। इन हमलों में 51 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मलबे से लोगों को अभी भी निकाला जा रहा है। इसे यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा मिसाइल हमला बताया जा रहा है। हमला इतना भयानक था कि लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। अब भी कई लोगों के शव मलबे में दबे हुए हैं।

पुतिन की सेना ने पोल्टावा शहर को बनाया निशाना

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक खार्किव से 130 किलोमीटर दूर स्थित पोल्टावा शहर कभी भी युद्ध की अग्रिम पंक्ति में नहीं था। लेकिन रूसी सेना ने मंगलवार को अचानक इस शहर पर इस्कैंडर एम बैलिस्टिक मिसाइलों की बरसात कर दी। यह मिसाइल 500 किलोमीटर तक वार कर सकती है और 700 किलो तक विस्फोटक भेज सकती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विस्फोट कितना भयानक रहा होगा। यह शहर रूसी सीमा से 140 किलोमीटर दूर है।

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यूक्रेन ने सेना में भर्ती के लिए आयु सीमा किया कम

पूर्व यूक्रेनी सांसद बोरिसलाव बेरेज़ा ने कहा, इमारत पर उस समय हमला हुआ जब कैडेट क्लास ले रहे थे। सेना के लिए यह बहुत बुरा समय है। हाल ही में यूक्रेन ने सेना में भर्ती के लिए आयु सीमा घटाकर 25 साल कर दी थी। हमले में मारे गए भर्ती अभी-अभी हुए थे। उन्हें लगता है कि किसी एजेंट ने रूस को इस बारे में जानकारी दी होगी। हमले में 300 से ज़्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यूक्रेनी सांसद ओलेक्सी गोंचारेंको ने बीबीसी से कहा, कल्पना कीजिए कि आप किसी इमारत की छठी मंज़िल पर हैं और आपको भागकर नीचे उतरना है। क्या आप दो मिनट में ऐसा कर सकते हैं? हमारे साथ हर पल ऐसा हो रहा है।

ज़ेलेंस्की मांग रहे मिसाइल डिफेंस सिस्टम

ज़ेलेंस्की ने कहा, सुबह-सुबह दो बैलिस्टिक मिसाइलें आईं और शहर को निशाना बनाया। अस्पताल पर हमला हुआ। हम दुनिया के शक्तिशाली देशों से कह रहे हैं, कृपया हमें मिसाइल डिफेंस सिस्टम दें। गोदामों में इनकी ज़रूरत नहीं है, हमारे लोग यहाँ मर रहे हैं। हमें उन्हें बचाना है। रूस लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला कर रहा है। हमारे पास उससे बचने के लिए कोई सिस्टम नहीं है। हमें रूस को अंदर से निशाना बनाने की अनुमति दी जानी चाहिए। हम उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। पोल्टावा क्षेत्र के सैन्य प्रशासन के प्रमुख फिलिप प्रोनिन ने कहा, मलबे में अभी भी कई लोग दबे हुए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। यह हमला आर्मी ट्रेनिंग सेंटर पर हुआ। यहां कम से कम 10 रिहायशी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।

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