Religious Disturbance in Bangladesh
इंडिया न्यूज, ढाका:
बांंग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचारों पर को लेकर शेख हसीना ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि हां सही है कि हमारे देश में सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी, जिसमें देवी देवताओं की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाया गया था। जो कि दुर्भाग्यपूर्ण था। ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन किसी मंदिर को तोड़ा नहीं गया।
शेख हसीना ने कहा कि इस झड़प में हिंदूओं की अपेक्षा मुस्लिम समुदाय के लोग ज्यादा मरे हैं। देश में फैली हिंसा में 2 हिंदूओं की मौत हुई है जबकि 4 मुसलमान मरे हैं। सरकार ने कार्रवाई करते हुए उपद्रवियों को पकड़ लिया है और वो कानून के शिकंजे में हैं। मुस्लिम बहुल देश बांग्लादेश में फैले उपद्रव पर बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई थी जिसमें पवित्र कुरान को देवता के चरणों में एक युवक ने रखा था। जिसके बाद देश में सांप्रदायिक दंग भड़क गए थे। इसके बाद पुलिस ने 71 लोगों पर मुकदमे दर्ज किया थे। वहीं 450 लोगों के खिलाफ अफवाहें फैलाने के जुर्म किया था। बता दें कि यह पोस्ट देखते ही देखते कुछ ही देर में देशभर में पहुंच गई थी।
हालांकि अभी यह साबित नहीं हो पाया है कि पवित्र कुरान रखने वाला व्यक्ति कौन था और सकूर्लेट करने वाला कौन। बांग्ला विदेश मंत्री ने मीडिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि शेख हसीना सरकार को सुर्खियों में बनाने के लिए सरकार के खिलाफ गलत प्रचार किया गया है। उन्होंने कहा है कि हमें ऐसे पेश किया गया जैसे कि हम गुनहगारों के हमदर्द हैं। लेकिन ये सच नहीं है। विदेश मंत्री के अनुसार धार्मिक हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश गृहमंत्री को शेख हसीना ने देते हुए कहा था कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए।