India News (इंडिया न्यूज़), France Olympic, पेरिस: फ्रांस में अगले साल ओलंपिक का आयोजन होना है। यह आयोजन राजधानी पेरिस में होना है। सरकार ने तो तैयारी की थी पर पिछले महीने दंगाइयों ने सब बर्बाद कर दिया। एक महीने पेरिस में हिंसा हुई। सड़क पर खुलेआम फायरिंगा की गई थी। बड़े पैमाने पर गाड़ियां फूंक दी गई। 17 साल के नाहेल के पुलिस की गोली से हुई मौत के बाद यह हिंसा भड़की थी।
- एक महीने तक हुई हिंसा
- कई संपत्तियों को नुकसान
- 50 हजार पुलिसकर्मी तैनात
जब दंगे शुरू हुई तो ओलंपिक के बने बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया गया। इस वजह से इसके आयोजन पर खतरा पैदा हो गया है। अभी बन रहे ओलंपिक के खेलगांव, मीडिया सेंटर और तैराकी परिसर के आसपास अब निगरानी बढ़ा दी गई है।उत्तरी-पूर्वी पेरिस ओलंपिक के कई आयोजन होने है। यहां बड़े पैमाने हिंसा की घटना सामने आई है। खेलों के एक इमारत के ट्रेनिंग पुल को आग लगाया गया। बगल के डिपो को भी जला दिया गया।
निर्माण स्थलों पर तोड़फोड़
ओलंपिक निर्माण कार्य के प्रभारी सोलिडियो संगठन के प्रमुख निकोलस फेरैंड ने ओलंपिक स्थल पर हिंसा को लेकर न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा था कि हम एक बड़ी समस्या के बहुत करीब से निकल कर आए हैं। अराजकता की इस घटना ने बीते साल पेरिस में सीन-सेंट-डेनिस के राष्ट्रीय स्टेडियम में चैंपियंस लीग फाइनल के दौरान की यादों को ताजा कर दिया है। तब हिंसक हो चुके फैन्स पर आंसू गैस के गोले तक छोड़नी पड़े थे।
50 हजार पुलिसकर्मी तैनात
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बेच ने इस सप्ताह फ्रांस में हुई हिंसा को लेकर बयान दिया था। उन्होंने एएफपी से बातचीत के दौरान लोगों को आश्वस्त किया था कि अगले साल शांत माहौल में सफलता पूर्वक खेलों का आयोजन किया जाएगा। हालांकि अभी भी ओपनिंग सेरेमनी के दौरान किसी प्रकार की हिंसा ना हो, यह फ्रांस की सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। दंगों को काबू करने के लिए 50 हजार पुलिसकर्मी को तैनात किया गया है।
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