विदेश

Ruble VS Rupee: भारतीय रुपया से कितनी कमजोर है रशियन रूबल?

India News(इंडिया न्यूज), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुस के 2 दिवसीय दौरे पर हैं। इस बीच रूस और भारत के रिश्तों की काफी चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को घोषणा की कि भारत ने रूस के कज़ान और येकातेरिनबर्ग शहरों में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है, ताकि देश के साथ यात्रा और व्यापार को और बढ़ावा दिया जा सके। भारत के वर्तमान में रूस में सेंट पीटर्सबर्ग और व्लादिवोस्तोक में दो वाणिज्य दूतावास हैं।

कौन सी मुद्रा ज़्यादा मज़बूत है?

जिसके बाद से  भारत और रूस के बीच करोड़ों के व्यापार की भी चर्चा है। क्या आप जानते हैं कि रूस और भारत के बीच कौन सी मुद्रा ज़्यादा मज़बूत है? भले ही भारत रूस से बहुत ज़्यादा आयात करता हो या रूस कुछ मामलों में भारत से आगे हो, लेकिन भारतीय रुपया रूसी मुद्रा से ज़्यादा मज़बूत है।

रूस की मुद्रा का नाम रूसी रूबल है। रूसी रूबल भारत से ज़्यादा मज़बूत तो नहीं है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में थोड़ा कमज़ोर ज़रूर है। आज (9 जुलाई) के भाव के हिसाब से भारत का एक रुपया वहां 1.06 रूबल के बराबर है। वहीं, वहां एक रूबल की कीमत भारत के 0.95 पैसे के बराबर है।

अगर 100 रुपये के हिसाब से देखा जाए तो भारत के 100 रुपये और वहां के 105.69 रूबल की कीमत एक समान होगी।

नए वाणिज्य दूतावास खोलने का किया एलान

प्रधानमंत्री ने रूस की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान मास्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कज़ान और येकातेरिनबर्ग में नए वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की। मोदी ने कहा, “मैं आप सभी के साथ कुछ अच्छी खबर साझा करना चाहता हूं। हमने कज़ान और येकातेरिनबर्ग में नए वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है। इससे यात्रा और व्यापार में वृद्धि होगी।”

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इन दो शहरों में भारत खोलेगा वाणिज्य दूतावास

येकातेरिनबर्ग रूस का चौथा सबसे बड़ा शहर है जो एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र के रूप में उभरा है। इस शहर ने 2018 में चार फीफा विश्व कप मैचों की मेजबानी की थी, जब खेल आयोजन रूस में आयोजित किया गया था। वोल्गा और कज़ांका नदियों के संगम पर स्थित, कज़ान रूस में एक सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र और एक उभरता हुआ आर्थिक केंद्र है।

 

Divyanshi Singh

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