India News (इंडिया न्यूज), Russia North Korea Treaty: दुनिया में इस समय कई देशों के बीच जंग देखने को मिल रही है। जिसमें पिछले ढाई साल से चल रहा रूस-यूक्रेन युद्ध और पिछले एक साल से इजरायल और ईरान, ईरान समर्थित समूह हमास और हिजबुल्लाह के बीच का युद्ध शामिल है। पूरा विश्व अब इन जंगों की खत्म होने की राह देख रहा है। जहां अब कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। इस बीच शनिवार (9 नवंबर) को प्रकाशित एक डिक्री के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया के साथ देश की रणनीतिक साझेदारी पर एक संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसमें पारस्परिक रक्षा प्रावधान शामिल है।
पुतिन-किम ने किए कई समझौते
बता दें कि, इसी साल जून में प्योंगयांग में एक शिखर सम्मेलन के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन द्वारा हस्ताक्षरि समझौते में सशस्त्र हमले की स्थिति में प्रत्येक पक्ष को एक-दूसरे की सहायता करने का आह्वान किया गया है। दरअसल, रूस के उच्च सदन ने इस सप्ताह संधि की पुष्टि की, जबकि निचले सदन ने पिछले महीने इसका समर्थन किया। पुतिन ने उस अनुसमर्थन पर एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए जो शनिवार को विधायी प्रक्रियाओं को रेखांकित करने वाली एक सरकारी वेबसाइट पर दिखाई दी। गौरतलब है कि, यह संधि फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से मास्को और प्योंगयांग के बीच घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देती है।
उत्तर कोरिया ने रूस को भेजे सैनिक
दरअसल, दक्षिण कोरिया और कई पश्चिमी देशों की रिपोर्टों में कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने रूस को हथियार मुहैया कराए हैं। यूक्रेनी फोरेंसिक विशेषज्ञों का कहना है कि उन्हें रूसी हमलों के स्थलों पर हथियारों के निशान मिले हैं। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने गुरुवार (7 नवंबर) को कहा कि उत्तर कोरिया ने रूस में 11,000 सैनिक भेजे हैं और उनमें से कुछ रूस के दक्षिणी कुर्स्क क्षेत्र में कीव की सेना के साथ लड़ाई में हताहत हुए हैं। हालांकि रूस ने उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौजूदगी की पुष्टि नहीं की है।