India News(इंडिया न्यूज),Russia: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण दोनों देशों में भारी तबाही मची है। वहीं अब रूस के नाटो समुह से बाहर होने का फैसला सबको चौका कर रख दिया है। जिसके बाद अब उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) ने मंगलवार तो शीत युद्धकालीन एक सुरक्षा संधि से रूस के बाहर होने के जवाब में इसे औपचारिक रूप से स्थगित करने की घोषणा की है।
नाटो का बयान
वहीं इस मामले को लेकर नाटो ने बयान जारी करते हुए कहा कि, संधि पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्य समझौते में अपनी भागीदारी अब स्थगित कर रहे हैं। नाटो के 31 सदस्य देशों ने ‘यूरोप में पारंपरिक सशस्त्र बल संधि’ पर हस्ताक्षर किये थे, जिसका लक्ष्य शीत युद्ध के दौर के प्रतिद्वंद्वी देशों को आपसी सीमाओं के पास सैनिकों को जमा करने से रोकना था।
रूसी विदेश मंत्रालय ने की घोषणा
इसके साथ ही आपको बता दें कि, रूस के इस फैसले के बाद नाटो ने आगे कहा कि एक ऐसी स्थिति जिसमें अन्य देश संधि का पालन करेंगे और रूस नहीं करेगा, कायम नहीं रहेगी। वहीं रूसी विदेश मंत्रालय के इस घोषणा के बाद नाटो ने कहा कि, जिन सहयोगियों ने हस्ताक्षर किए थे वे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने अधिकारों के अनुसार, जब तक आवश्यक हो संधि के कार्यान्वयन को स्थगित करने का इरादा रखते हैं तथा यह नाटो के सभी सदस्यों द्वारा पूरी तरह से समर्थित निर्णय है। इसके साथ ही नाटो ने रेखांकित किया कि उसके सदस्य सैन्य खतरे को कम करने, और गलत धारणाओं तथा संघर्षों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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