इंडिया न्यूज(India News): (Russia Ukraine War) रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक साल से ऊपर का समय हो गया है। लेकिन अभी तक कोई परिणाम नहीं निकला है। अब यूक्रेन सरकार ने रूस पर उसके विशाल डैम को नष्ट करने का आरोप लगाया है। यूक्रेन ने कहा कि बांध के टूटने से युद्ध क्षेत्र में बाढ़ का पानी फैल गया है। मिसाइल के कहर से नोवा काखोवका बांध के टूटने के बाद नीप्रो नदी में भीषण बाढ़ आ गया है। जिससे आसपास के कई इलाके डूबने लगे हैं। हजारों लोगों ने तेजी से पलायन शुरू कर लिया है। बाढ़ की चपेट में आने वाली चीज बह रही है। यहां तक की मकान, दुकान, पेड़ तक बहने लगे हैं।
एक ऐसे ही मकान की छत नीप्रो नदी में बहते देखा जा सकता है। किसी व्यक्ति ने नदी में बहते छत का वीडियो बनाया है। तस्वीरें देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। नोवा काखोवका बांध नीप्रो नदी पर ही बनाया गया था। रूस ने अभी दो दिन पहले ही इस बांध को घातक मिसाइल हमले में रणनीति के तहत उड़ा दिया है। इससे यूक्रेन में खलबली मच गई है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि रूस ने हजारों नागरिकों को खतरे में डालते हुए कखोव्का बांध को नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक जघन्य युद्ध अपराध है।
बाढ़ की चपेट में आए करीब 50 हजार लोग
नीप्रो नदी पर बने डैम को उड़ाना रूस की युद्धक रणनीति का बड़ा हिस्सा है। इससे करीब 50 हजार लोग बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। लोग घरों को खाली कर भाग रहे हैं। बता दें कि कखोव्का बांध यूक्रेन की विशाल निप्रो नदी पर बना हुआ है। विशेष रूप से 2014 में मास्को द्वारा कब्जा किया गया यह बांध क्रीमिया प्रायद्वीप को पानी की आपूर्ति करता है, लेकिन यूक्रेनी सेना ने 2022 के अंत में रूस से इसे वापस ले लिया था।
नीप्रो नदी पर बने नोवा काखोवका बांध को उड़ा कर रूस ने अपने खतरनाक इरादों को जाहिर कर दिया है। यूक्रेन से युद्ध जीतने के लिए राष्ट्रपति पुतिन किसी भी हद तक जा सकते हैं। नोवा काखोवका बांध को उड़ाने के बाद अब यूक्रेन का जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र भी रूस के निशाने पर है। यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने भी यह रिपोर्ट दी है कि रूस किसी भी वक्त यूरोप के सबसे बड़े इस परमाणु संयंत्र के रिएक्टरों पर हमला कर सकता है। यूक्रेन की इस खुफिया रिपोर्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) भी घबरा गई है। इधर अमेरिका से पश्चिम तक खलबली मची है। इ