India News (इंडिया न्यूज़), Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन से ज्यादा का समय पूरा हो चुका है। एक तरफ यूक्रेन अमेरिका और यूके द्वारा निर्मित मिसाइलों का इस्तेमाल करके रूस पर हमला कर रहा है, तो दूसरी तरफ रूस ने आज पहली बार बैलिस्टिक मिसाइलों से यूक्रेन पर हमला कर दिया। अमेरिका चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद जो बाइडेन खुलकर यूक्रेन का साथ दे रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान ये दावा किया था कि, अगर मैं चुनाव जीता तो रूस-यूक्रेन युद्ध तुरंत खत्म करवा दूंगा। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप को आधिकारिक रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने में अभी दो महीने का समय है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी, 2025 को शपथ लेंगे। तभी वो इस युद्ध को रुकवाने में कोई भूमिका अदा कर सकते हैं।
रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर ICBM मिसाइलों से हमला कर दिया। जब रूसी प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो उन्होंने ICBM मिसाइलों से हमले के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। दरअसल, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक अजीबोगरीब घटना घटी, जो अब चर्चा का विषय बन गई है। रूस द्वारा किए गए हमले के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के लिए रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा आई थीं। इस दौरान अचानक क्रेमलिन से फोन आया और उन्हें ICBM मिसाइल हमले के बारे में कुछ भी कहने से मना किया गया।
क्रेमलिन की तरफ से साफ तौर पर कहा गया कि ICBM मिसाइल हमले पर चुप रहें, लेकिन इस बातचीत के दौरान मारिया माइक बंद करना भूल गईं, जिसकी वजह से उनकी आवाज निकल गई। सुबह हुआ हमला आपको बता दें कि आज रूस ने यूक्रेन के नीपर शहर पर ICBM मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमले किए। यह हमला तब हुआ, जब आधा यूक्रेन सो रहा था। संभावना है कि रूस ने हमले में RS-26 रुबेज़ मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया हो। जिन्हें अस्त्राखान इलाके में दागा गया। यूक्रेनी वायुसेना ने ICBM मिसाइलों से हमले की पुष्टि की है।
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गौरतलब है कि रूस ने पहली बार रूस-यूक्रेन युद्ध में अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का इस्तेमाल किया है। इससे पहले कम दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। ICBM के प्रभाव से होने वाला नुकसान बम के आकार और प्रभाव की जगह पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, 3,600 किलोग्राम पेलोड वाला ICBM 1.47 किलोमीटर तक का विस्फोटक क्षति दायरा पैदा कर सकता है। शहरी क्षेत्र में, इसके परिणामस्वरूप 188,564 लोगों की मौत हो सकती है।
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