इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की परमाण हमले की धमकी के बाद अमेरिका समेत 30 देशों नाटो सैन्य संगठन के बीच गहरी चिंता देखी जा रही है। पुतिन के धमकी की बाद नाटो के गुप्त परमाणु योजना समूह ने गुरुवार को मुलाकात की।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि वह रूसी क्षेत्र की रक्षा के लिए आवश्यक किसी भी साधन का उपयोग करेंगे। रुसी रक्षा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अगले सप्ताह परमाणु अभ्यास करने की योजना के साथ पुतिन ने आगे बढ़ने की बात कही है।
रूस ने अगले कुछ दिनों में परमाणु हथियार से लैस सुपर सोनिक मिसाइल सरमत के परीक्षण की बात कही है। ब्रसेल्स में नाटो मुख्यालय में रक्षा मंत्रियों ने सत्र का नेतृत्व किया, जो आमतौर पर साल में एक या दो बार होता है।
नाटो रख रहा रूस की हर गतिविधि पर नजर
पुतिन की धमकी के बाद नाटो की बैठक उच्च तनाव की पृष्ठभूमि में हो रही है क्योंकि अमेरिका के नेतृत्व में कुछ नाटो सहयोगी रूसी हवाई हमलों के खिलाफ खुद को बचाने के लिए यूक्रेन को उन्नत हथियारों और हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं। नाटो रूस की गतिविधियों पर सतर्कता के साथ नजर रखे हुए है, लेकिन अब तक अपनी परमाणु मुद्रा में कोई बदलाव नहीं देखा है।
नाटो राजनयिकों के अनुसार, इस मामले में अतिरिक्त अनिश्चितता इस तथ्य से आ रही है कि रूस भी जल्द ही नाटो के ठीक बाद या उसी समय अपने स्वयं के परमाणु अभ्यास आयोजित करने वाला है। यह 30 देशों के सैन्य संगठन के युद्ध और मास्को के इरादों के पढ़ने को जटिल बना सकता है।