India News (इंडिया न्यूज), Sheikh Hasina Downfall Reason: शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़कर अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देख बांग्लादेश छोड़ कर भागना पड़ा। इसके पीछे की असली वजह क्या। लेकिन इस वक्त पड़ोसी देश में जैसे माहौल बने हुए हैं उसके पीछे की वजह क्या है जिसने छात्रों का गुस्सा इतना भड़का दिया। छात्र भी सड़क पर अड़ कर बैठ गए कि जब तक शेख हसीना की सरकार को सत्ता से उखाड़कर फेंक नहीं देंगे, तब तक रुकेंगे नहीं। तो चलिए डालते हैं इस पर एक नजर। एक पानी पिलाने वाले की मौत…। जी हैं चौंकिए मत ने बांग्लादेश को धधका कर रख दिया। वो आंदोलन कर रहे छात्रों को पानी के बोतल बांटता था। इतना ही नहीं वो ट्रैफिक कंट्रोल करता था, ताकि आंदोलन करने में कोई परेशानी न आए। फिर पुलिस ने एक ऐसी गलती की शेख हसीना की गद्दी तो गई ही साथ ही देश छोड़ना पड़ा।
- पानी पिलाने वाला कैसा बना कारण ?
- ‘पानी लगबे पानी’… आखिरी शब्द
- हसीना का पद से इस्तीफा
पानी पिलाने वाला कैसा बना कारण ?
आज उस शख्स ने मरते वक्त कुछ ऐसा कहा था वो आज हर बांग्लादेशी की जुबां पर हैं ये कहना गलत नहीं होगा।स्टूडेंट्स को पानी पिलाने वाला शख्स कोई नहीं था बल्कि बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेशनल्स का छात्र मीर महफूजुर रहमान मुग्धो था। हिंसक झड़पों के बीच प्रदर्शनकारियों को मुग्धो भोजन, पानी और बिस्कुट बांट उनके बीच बांट रहा था।18 जुलाई को गोली मारकर मुग्धो की हत्या कर दी गई। जिसका वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। वीडियो में मुग्धो को हिंंसा के बीच भागते हुए देखा गया। इस वीडियो ने छात्रों का गुस्सा और भड़क दिया। उस दिन पूरे देश में मुग्धो को श्रद्धांजलि देते हुए छात्रों ने सैल्यूट किया।
‘पानी लगबे पानी’… आखिरी शब्द
‘पानी लगबे पानी’ (पानी ले लो पानी) ये मुग्धो के मौत से कहे गए आखिरी शब्द। जिसे आज हर बांग्लादेश की जनता ने याद कर रखा है। छात्र उसे नेशनल हीरो मानते हैं।
हसीना का पद से इस्तीफा
5 अगस्त को बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर शेख हसीना (5) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश अस्थिर राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है। सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों का रूप ले लिया।