India News (इंडिया न्यूज),Sheikh Hasina:कहते हैं किसी की लड़ाई से दूसरे को फायदा होता है। बांग्लादेश के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। बांग्लादेश में इस समय हालात बहुत खराब हैं, शेख हसीना के देश छोड़ने और तख्तापलट के बाद बांग्लादेश के कई कारोबार प्रभावित हो रहे हैं। कई कारोबार लगभग ठप हो गए हैं। लेकिन बांग्लादेश संकट भारत के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। वहीं, अब भारत की पहचान भी दुनिया में बनेगी। आइए जानते हैं कैसे…
बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग
दरअसल, बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग दुनिया के सबसे बड़े उद्योगों में से एक था, यहां बने कपड़े भारत समेत दुनिया के कई देशों में निर्यात किए जाते थे। लेकिन अब बांग्लादेश को अपने ही चिराग की वजह से काफी नुकसान हो रहा है और भारत को फायदा हो रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बांग्लादेश संकट के बाद भारतीय कपड़ा उद्योग ने रफ्तार पकड़ी है और इसने 6 महीने में 60 हजार करोड़ की कमाई की है। बांग्लादेश में बढ़ते संकट की वजह से दुनिया भर से कपड़ों के खरीदार भारत की ओर रुख कर रहे हैं, जिसकी वजह से भारत का आयात बढ़ा है।
भारत को बड़ा फायदा
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-सितंबर के दौरान देश का कपड़ा निर्यात 8.5 फीसदी बढ़कर 7.5 अरब डॉलर यानी 60 हजार करोड़ रुपये हो गया है। आंकड़ों के अनुसार सितंबर में भी रेडीमेड गारमेंट का निर्यात 17.3 फीसदी बढ़कर 1.11 अरब डॉलर हो गया है।
पूरी दुनिया में फैला है कारोबार
बांग्लादेश का कपड़ा कारोबार पूरी दुनिया में फैला हुआ है, लेकिन संकट के बीच उसे अपने कपड़ा कारोबार से भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो बांग्लादेश हर महीने 3.5 से 3.8 अरब डॉलर का कपड़ा निर्यात करता था। बांग्लादेश से यूरोपीय संघ से लेकर ब्रिटेन तक को कपड़े निर्यात किए जाते थे।
भारत को होगा फायदा
बांग्लादेश संकट का सीधा फायदा भारत को मिल रहा है। पिछले 6 महीने की बात करें तो कपड़ा उद्योग से भारत को भारी फायदा मिला है। बांग्लादेश में बढ़ते संकट के कारण दुनियाभर के कारोबारी भारत में अपने ऑर्डर बढ़ा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार भारत इसका लाभ उठाकर अपनी निर्यात क्षमता बढ़ा सकता है। बांग्लादेश में जिन भारतीयों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं, वे भी अपना कारोबार भारत में शिफ्ट कर सकते हैं। इससे न केवल भारत की आय बढ़ेगी बल्कि देश में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।