इंडिया न्यूज, मोगादिशु, सोमालिया (Somalia Bomb Blast): सोमालिया में आज सुबह 2 बड़े बम ब्लास्ट हुए। इस हमलों में 19 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 लोग घायल है। घायलों को तुरंत नजदीके अस्पताल ले जाया गया। मारे गए लोगों में जिला आयुक्त अब्दिल्लाही अली वाफो भी शामिल थे। जानकारी के मुताबिक दोनों बम ब्लास्ट की वारदात लोअर शबेले क्षेत्र में हुए।
पहली घटना सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से करीब 100 किलोमीटर दक्षिण में स्थित मार्का शहर में हुई। यहां एक हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दक्षिणी सोमालिया में एक सरकारी इमारत के प्रवेश द्वार पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई।
वहीं दूसरी घटना अफगोय शहर में हुई। यहां 2 हमले हुए। इनमें 7 लोग मारे गए, जबकि 18 अन्य घायल हो गए।
लोअर शबेले क्षेत्र में मार्का शहर प्रशासन के महासचिव मोहम्मद उस्मान यारीसो ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि जिला मुख्यालय में हमारी बैठक समाप्त होने के कुछ मिनट बाद ही ये हमले हुए।
बैठक के बाद हम बाहर जा रहे थे, तभी देखा कि एक अज्ञात व्यक्ति हमारे पास आया और उसने खुद को उड़ा लिया। उन्होंने कहा कि इस हमले में मेयर और उनके सिक्योरिटी गार्ड भी मारे गए। इस हमले की जिम्मेदारी सोमालिया स्थित चरमपंथी समूह अल-शबाब ने ली है।
भीड़भाड़ वाले बाजार में 2 धमाके
वहीं दूसरा हमला अफगोय शहर के एक स्थानीय बाजार में हुआ। यहां 2 विस्फोट हुए, जिसमें 6 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में 2 सैनिक भी हैं। घटनास्थल पर मौजूद अफगोय जिला प्रशासन के पूर्व प्रवक्ता अब्दुकादिर आइडल ने कहा कि भीड़भाड़ वाले बाजार में दूर से नियंत्रित दो बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो गया। इसके कुछ मिनट के बाद ही दूसरा विस्फोट हुआ। इस दौरान बचाव कार्यों में लगे लोगों को निशाना बनाया।
रिमोट कंट्रोल से किए हमले
जानकारी के मुताबिक अफगोय के पशु बाजार में रिमोट कंट्रोल के जरिए दो हमले किए गए। इस बाजार में अक्सर बड़ी संख्या में लोग आते हैं। बुधवार को यहां बड़ी मात्रा में पशुओं की बोली लगती है। हमलावरों ने इसी का फायदा उठाया और अधिक से अधिक लोगों को निशाना बनाया।
अल-शबाब सेल खत्म करने के लिए चल रहा अभियान
बताया गया है कि सरकारी सुरक्षा बलों ने हाल के महीनों में अल-शबाब सेल को खत्म करने के प्रयास में मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में चरमपंथियों के खिलाफ गहन अभियान चलाया है। इसी से घबराए आतंकवादी समूह ने हमले तेज कर दिए हैं।
ये भी पढ़े : इराक में पीएम पद के प्रत्याशी का विरोध, संसद भवन पर कब्जा
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !