India News (इंडिया न्यूज), China Space War Weapons : चीन और अमेरिका के बीच लगातार तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच एक दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ लगी हुई है। जमीन से शुरू हुई यह जंग अब अंतरिक्ष तक पहुंच गई है। दरअसल, अमेरिकी अंतरिक्ष बल प्रमुख जनरल चांस साल्ट्जमैन ने चीन के अंतरिक्ष हथियारों को लेकर कई दावे किए हैं। जनरल चांस साल्ट्जमैन ने कहा, चीन जिस गति और पैमाने पर काम कर रहा है, वह पूरी दुनिया के लिए खतरनाक है। उसने ऐसे हथियार बनाए हैं, जिनका इस्तेमाल अगर किया जाए तो पल भर में तबाही मच सकती है। आइए इन अंतरिक्ष हथियारों पर एक नजर डालते हैं।
Grappling Hooks (ग्रैपलिंग हुक्स)
रूस और चीन ने मिलकर ‘ग्रैपलिंग हुक्स’ बनाए हैं। ये हथियार किसी भी सैटेलाइट को ऑर्बिट से बाहर खींच सकते हैं। इससे किसी भी देश का इन सैटेलाइट से संपर्क टूट जाएगा। क्या है नुकसान: हम जानते हैं कि दुनिया की हर चीज इन्हीं सैटेलाइट की मदद से चलती है। चाहे मिसाइल दागना हो या कंप्यूटर चलाना हो, बिजली पैदा करना हो या फिर संचार का कोई भी साधन, जैसे फोन, टीवी, रेडियो आदि। चीन उन सैटेलाइट को हटा सकता है, जिससे सब कुछ ठप हो जाएगा।
Kinetic Kill Vehicle (काइनेटिक किल व्हीकल्स)
इसके अलावा चीन ने ‘काइनेटिक किल व्हीकल’ भी विकसित किया है। इन्हें काइनेटिक हथियार, काइनेटिक एनर्जी वारहेड, काइनेटिक प्रोजेक्टाइल के नाम से भी जाना जाता है। यह हथियार इतनी ऊर्जा फैलाता है कि अंतरिक्ष में मौजूद सभी तरह के सैटेलाइट और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को जला सकता है। इससे किसी भी देश के हमले का जवाब दिया जा सकता है और जमीन पर कोई नुकसान नहीं होगा।
Space Atomic Weapons (स्पेस एटॉमिक वेपन)
अमेरिकी रक्षा विभाग ने दावा किया है कि रूस और चीन ने ऐसे अंतरिक्ष परमाणु हथियार विकसित किए हैं जिन्हें अंतरिक्ष में तैनात करके हमला किया जा सकता है। इन अंतरिक्ष परमाणु हथियारों से किसी भी सैटेलाइट को निशाना बनाया जा सकता है। संचार सेवाएं बाधित हो सकती हैं। सबसे खास बात यह है कि इससे जमीन पर कोई जनहानि नहीं होगी। लेकिन इसके कई खतरे हैं। क्योंकि अगर कंप्यूटर काम करना बंद कर दे तो अस्पतालों की सभी मशीनें काम करना बंद कर देंगी।