विदेश

सीरिया में असद परिवार का शासन हुआ खत्म, कैसे सिर्फ एक गोली की मदद से पूरे देश को 50 साल तक किया कंट्रोल, जानिए क्या है ‘कैप्टागॉन’?

India News (इंडिया न्यूज), Syria Civil War : विद्रोहियों को रविवार को बड़ी जीत हासिल हुई है। सीरिया में 8 दिसंबर को 50 साल के असद परिवार शासन का अंत हो गया है। राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसते ही राष्ट्रपति असद देश छोड़कर भाग गए हैं। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति असद अपने परिवार इस वक्त रूस में हैं। वैसे तो सीरिया में गृहयुद्ध काफी समय से चल रहा है। गृहयुद्ध की वजह से मीडिल ईस्ट के इस देश में इकोनॉमी का बंटाधार हो चुका है। लेकिन इसके बाद भी वहां पर एक ‘कैप्टागॉन’ नाम गोली की काफी चर्चा हो रखी है और इसी गोली की मदद से असद फैमिली मालामाल हुई है।
जानकारी के लिए बता दे कि कैप्टागॉन एक तरह का ड्रग्स है।

इसका इस्तेमाल अवसाद के इलाज के लिए किया जाता है। आसान भाषा में कहे तो इस गोली के दम पर सीरिया की इकोनॉमी चलती है। सीरिया के लोग नशे के तौर पर इसका इस्तेमाल करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की न्यूलाइन इंस्टिट्यूट की रिसर्च के मुताबिक सिर्फ साल 2021 में ही कैप्टगॉन के अवैध बाजार से 5.7 अरब डॉलर की कमाई हुई।

सभी भारतीय सीरिया में सुरक्षित, दूतावास कर रहा काम! सत्ता परिवर्तन के बीच तख्तापलट MEA ने जारी की एडवाइजरी

तेजी से बढ़ी कैप्टागॉन की मांग

पहले कैप्टागॉन गोली का इस्तेमाल दवा के तौर पर किया जाता था, लेकिन जब से लोगों को इस बात की जानकारी मिली की इससे नशा भी होता है तो बाजार में इसकी मांग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है। सीरिया के अलावा अरब के देशों में भी इस दवा की मांग में तेजी देखी गई है। वैसे ये बात गौर करने वाली है कि जिन देशों में इसका सेवन किया जा रहा है, वहां लंबे समय से राजनीतिक और आर्थिक हालात बहुत अच्छे नहीं हैं, लोगों का जीना मुहाल है। इस गोली को खाकर लोग भूख और दर्द से निजात पा लेते हैं और ये दूसरे ड्रग्स के मुकाबले बहुत महंगी भी नहीं होती है। इसी वजह से इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

खत्म हुआ असद का शासन

जानकारी के लिए बता दें कि सीरिया पर अल-असद परिवार ने 1971 कंट्रोल किया है। उस वक्त हाफिज अल-असद ने बाथ पार्टी के तहत एक तानाशाह शासन की स्थापना की थी। फिर 2000 में हाफिज के मरने के बाद बशर ने उनकी गद्दी सम्भांली। पिछले 13 साल से सीरिया गृह युद्ध से झूझ रहा है। 27 नवंबर को असद शासन की उल्टी गिनती तब शुरू हो गई जब विद्रोहियों ने अचानक हमला शुरू किया और पहला वार अलेप्पो शहर पर किया गया। इसने असद की सेना को चौंका दिया। उसके बाद असद परिवार को देश छोड़ रूस जाना पड़ा।

पागलपन! सत्ता संभालने से पहले रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप का बड़ा बयान, भारत के इस दुश्मन देश के लिए मुंह से निकले मीठे बोल

Shubham Srivastava

Recent Posts

हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2024-25 में लगातार दूसरी जीत के साथ कलिंग लैंसर्स अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंची

वेदांता कलिंग लैंसर्स ने हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2024-25 के अपने मैच में टीम…

8 hours ago

प्रो कबड्डी लीग चैंपियन हरियाणा स्टीलर्स की विजय परेड में जुटेंगे हजारों प्रशंसक

प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) 2025 के फाइनल में पटना पाइरेट्स को 32-23 से हराकर पहली…

8 hours ago

खो-खो विश्व कप के पहले संस्करण के लिए भारतीय टीम घोषित, प्रतीक वाइकर और प्रियंका इंगले को कप्तानी

खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) और इंटरनेशनल खो-खो फेडरेशन (आईकेकेएफ) ने गुरुवार को खो-खो विश्व…

8 hours ago

एएमयू को बम से उड़ाने की धमकी, मांगे दो लाख, ईमेल के जरिए मिला संदेश

India News (इंडिया न्यूज़)Aligarh Muslim University: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को गुरुवार शाम बम से उड़ाने…

8 hours ago

मेरठ में पति-पत्नी सहित 5 लोगों की हत्या, बेड के बक्से में मिले बच्चों के शव; मचा हड़कंप

India News (इंडिया न्यूज़) Meerut 5 family members died: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक…

9 hours ago