India News,(इंडिया न्यूज),Thailand: थाईलैंड (Thailand) के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा अब कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री प्रयुत ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है। बता दें कि, यह घोषणा थाईलैंड की संसद के लिए मई में होने वाले चुनाव के मद्देनजर नए प्रधानमंत्री का चुनाव कराने से दो दिन पहले की गई है। आपको ये भी बता दें कि, थाईलैंड के ज्यादातर नागरिकों ने सरकार के लिए सैन्य समर्थन को खारिज कर दिया था।वहीं ये भी जानकारी सामने आ रही है कि, संन्यास की घोषणा के बाद भी प्रयुत-चान-ओचा नई सरकार के गठन तक थाईलैंड के प्रधानमंत्री के रूप में बने रहेंगे।
सेना प्रमुख के बाद बने थे प्रधानमंत्री
बता दें कि, 2014 में मौजूदा सरकार का तख्तपलट करने के बाद सेना प्रमुख बने प्रयुत। जिसके बाद प्रयुथ अपने 69 वर्ष की आयु में थाईलैंड के प्रधानमंत्री बने थे। वहीं CNN के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार, प्रयुत की पार्टी के गठबंधन ने 2019 के चुनाव में सबसे अधिक सीटें हासिल की थी। इसके बाद सीनेट के समर्थन में उन्हें नेता चुना गया था। वहीं तख्तापलट के बाद से थाईलैंड पर हावी रहे सेना समर्थित अभिजात वर्ग को मई के आम चुनाव में मतदाताओं से जोरदार झटका मिला था, जिससे देश को चलाने के रूढ़िवादी गुटों पर वर्षों से बढ़ती नाराजगी खत्म हो गई।
युवाओं ने प्रयुत के खिलाफ किया था विरोध प्रदर्शन
बता दें कि, बढ़ते अधिनायकवाद और असमानता ने सैन्य तख्तापलट का नेतृत्व करने के बाद प्रधानमंत्री के रूप में पूर्व जनरल के कार्यकाल को नुकसान पहुंचाया है। जिससे 2020 में प्रयुथ को हटाने की मांग करते हुए थाईलैंड के युवाओं ने पूरे देश भर में प्रयुत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
सबसे अधिक सीटें की थी हासिल
आपको बताते चले कि, थाईलैंड की सबसे बड़ी पार्टी लिबरल मूव फॉरवर्ड पार्टी ने सबसे अधिक सीटें और लोकप्रिय वोट का बहुमत हासिल किया। इस पार्टी ने अपने सुधारवादी कदम उठाए जिसके चलते युवा थाई लोगों इस पार्टी को फॉलो किया। सीएनएन के मुताबिक, दूसरा स्थान थाईलैंड की सबसे प्रमुख विपक्षी पार्टी फेउ थाई को मिला।
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