7 अक्टूबर जैसे हमले की योजना
मध्य पूर्व में चल रहे संघर्ष के बीच इजरायल ने बड़ा दावा किया है। इजरायली डिफेंस फोर्स का कहना है कि जिस तरह पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसपैठ कर हमला किया था, उसी तरह इस बार हिजबुल्लाह के लड़ाके उत्तरी इजरायल में घुसपैठ की योजना बना रहे थे। इजरायल का दावा है कि उसे समय रहते हिजबुल्लाह की योजना के बारे में पता चल गया और इसे नाकाम करने के लिए इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया।
गुप्त बैठक
आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगरी ने कहा है कि हिजबुल्लाह इजरायल पर बड़े हमले की योजना बना रहा था, लेकिन इजरायली सेना ने इसे नाकाम कर दिया। हगरी ने कहा है कि हिजबुल्लाह के निशाने पर उत्तरी इजरायल के गैलिली क्षेत्र के लोग थे। उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह के लड़ाके इजरायल में घुसकर लोगों को मारने और बंधक बनाने की साजिश रच रहे थे, जैसा कि पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने किया था। हगरी ने कहा है कि हिजबुल्लाह ने इसे अंजाम देने के लिए एक गुप्त बैठक भी की थी और इस साजिश को अंजाम देने की जिम्मेदारी राडवान फोर्स को दी गई थी।
मारा गया मास्टरमाइंड
आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा है कि इस साजिश का मास्टरमाइंड हिजबुल्लाह कमांडर इब्राहिम अकील था। इब्राहिम अकील 20 सितंबर को बेरूत में इजरायली हवाई हमले में मारा गया, वह हिजबुल्लाह की सैन्य शाखा के शीर्ष कमांडरों में से एक था। अकील पर अमेरिका ने अप्रैल 1983 में अमेरिकी दूतावास पर बेरूत ट्रक बम विस्फोट में भूमिका निभाने का आरोप लगाया था, जिसमें 63 लोग मारे गए थे।
संघर्ष जारी
इजराइल और हिजबुल्लाह दोनों ने घोषणा की है कि वे अब ‘पूर्ण युद्ध’ लड़ रहे हैं। एक तरफ इजरायल लेबनान की राजधानी बेरूत समेत कई इलाकों पर हवाई हमले कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ हिजबुल्लाह ने बैलिस्टिक मिसाइल के जरिए तेल अवीव को निशाना बनाने की कोशिश की। हालांकि, इजरायली सेना का कहना है कि उसने डेविड स्लिंग डिफेंस सिस्टम के जरिए हिजबुल्लाह के रॉकेट को हवा में ही मार गिराया है। हिजबुल्लाह के मुताबिक, उसने पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों का बदला लेने के लिए तेल अवीव पर मिसाइल दागी थी।