India News (इंडिया न्यूज),Israel-Hezbollah War:हमास और हिजबुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व को खत्म करने के बाद भी इजरायल नहीं रुक रहा है। गाजा और लेबनान में इजरायल के हमले जारी हैं, इस बीच हिजबुल्लाह ने पिछले दिनों नेतन्याहू के घर को निशाना बनाने की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि जब तक लड़ाई जारी रहेगी, तब तक कोई बातचीत नहीं होगी। शनिवार को उत्तरी इजरायल में प्रधानमंत्री नेतन्याहू के निजी आवास पर ड्रोन हमला किया गया। हालांकि, हमले के दौरान नेतन्याहू और उनका परिवार घर पर मौजूद नहीं था। वहीं, इजरायली सेना ने हेलीकॉप्टर के जरिए दो ड्रोन को मार गिराया।

इजरायल इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहरा रहा था, इजरायली मीडिया चैनल 12 पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया था कि ईरान नेतन्याहू की हत्या करना चाहता था। वहीं, इजरायल के कान चैनल ने मंगलवार को सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि नेतन्याहू के आवास को निशाना बनाकर किए गए ड्रोन हमले में बेरूत में ईरानी दूतावास के अधिकारी शामिल थे।

हालांकि हिजबुल्लाह ने इन दावों का खंडन किया है और कहा है कि वह इस हमले की पूरी जिम्मेदारी लेता है। हिजबुल्लाह के मीडिया कार्यालय के प्रमुख मोहम्मद अफीफ ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि ‘इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास को निशाना बनाने की पूरी और एकमात्र जिम्मेदारी हिजबुल्लाह लेता है।’

इजरायल के खिलाफ हिजबुल्लाह के इरादों का खुलासा करते हुए अफीफ ने यह भी कहा कि जब तक लड़ाई जारी रहेगी, तब तक कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने इजरायल को चेतावनी दी कि बहुत जल्द हमारे पास इजरायली बंधक होंगे। अफीफ ने कहा कि फिलहाल हमारे पास इजरायली बंधक नहीं हैं, लेकिन हम इसके करीब पहुंच चुके हैं। हिजबुल्लाह की ओर से यह भी कहा गया है कि वह संगठन के उन लड़ाकों की सुरक्षा के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराएगा, जिन्हें आईडीएफ ने पकड़ लिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि समूह हथियार खरीदने या लड़ाकों को भुगतान करने के लिए अल-करद अल-हसन (AQAH) का इस्तेमाल नहीं करता है। दरअसल, इजरायल और अमेरिका का कहना है कि अल-करद अल-हसन, जिसके लेबनान में 30 से ज़्यादा आउटलेट हैं, का इस्तेमाल हिज़्बुल्लाह मनी लॉन्ड्रिंग और फंडिंग के लिए करता है। रविवार को, आईडीएफ ने इसे निशाना बनाकर कई हमले किए, इजरायली सेना ने पुष्टि की है कि AQAH के कम से कम 11 आउटलेट पर हमला किया गया, जिसका उद्देश्य हिज़्बुल्लाह की वित्तीय संसाधनों तक पहुँच को काटना था।

हार के बाद भी नहीं सुधरे Rahul Gandhi, फिर तोड़ा पार्टी का बड़ा नियम, टिकट बंटवारे में हुआ बड़ा खेला

बहराइच हिंसा पर बड़ा खुलासा! मुसलमानों के हाथों गंदी मौत से बच सकता था रामगोपाल…क्यों छुपाई गई ये बात?