इंडिया न्यूज़,दिल्ली(Earthquake in Turkiye) तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में सोमवार(6 फरवरी) को आए 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंपों ने चारों तरफ तबाही मचा रखी है। इस विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ताजा आंकड़े के मुताबिक मरने वालों की संख्या 15,000 से ज्यादा पहुंच गई है जबकि 50,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।अकेले तुर्किए में ही 9,057 से ज्यादा लोगों की जान गई है। वहीं, सीरिया की अगर बात करें तो वहां 2,662 लोगों की इस भूकंप से जान गई है। फिलहाल दोनों पीड़ित देशों में बड़े पैमाने पर राहत-बचाव का काम जारी है।
तुर्किए में सात दिन तक राष्ट्रीय शोक
भूकंप की वजह से कई बड़ी इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढ़ह गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 8 हज़ार से ज्यादा इमारतें धाराशायी हो गई। वहीं जान गंवाने वाले लोगों की संख्या की बात करें तो 15,000 को पार कर गई है। जबकि इस विनाशकारी भूकंप से 50,000 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बता दें कि राहत एवं बचाव दल हजारों इमारतों के मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश में दिन रात जुटे हुए हैं वहीं सैकड़ों लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं और कई तो अब भी लापता हैं। जिससे भविष्य में मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। भूकंप से इतनी बड़ी तबाही के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर दी है।
भूकंप से प्रभावित ज्यादातर लोगों ने मस्जिदों, स्कूलों या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर शरण लिया हुआ है और काफी संख्या में लोग खुले आसमान के नीचे रात काटने को मजबूर हैं। यही नहीं, उनके सामने भोजन जैसी जरूरी चीजों का संकट पैदा हो गया है। इसी बीच बुधवार को तुर्किये के राष्ट्रपति ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि हम अपने किसी भी नागरिक को सड़क पर नहीं छोड़ेंगे। पीड़ितों की हरसंभव मदद की करेंगे, एर्दोआन ने बताया कि देश के 8.5 करोड़ लोगों में से 1.3 करोड़ लोग इस भूकंप से प्रभावित हुए हैं।
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