India News (इंडिया न्यूज),Operation Sindoor:पाकिस्तान ने प्रतिबंधित आतंकी को दुनिया के सामने एक आम आदमी के तौर पर पेश किया था। पाकिस्तान के इस झूठ का पर्दाफाश तब हुआ जब पड़ोसी देश के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाफिज अब्दुल रऊफ के बारे में अहम जानकारी सार्वजनिक की। पाकिस्तानी अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी में रऊफ का राष्ट्रीय पहचान नंबर भी शामिल था, जो अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों की सूची के डेटाबेस में मौजूद विवरण से मेल खाता है।
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक अहमद शरीफ चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए रऊफ को एक आम आदमी बताया, जिसकी तीन बेटियां और एक बेटा है। रऊफ ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के पंजाब के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय में मारे गए आतंकियों के लिए दुआ मांगी थी। रऊफ को हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मारे गए आतंकियों के जनाजे का नेतृत्व करते देखा गया था।
हाफिज अब्दुल रऊफ नमाज पढ़ते हुए
उन्होंने मीडिया को बताया कि रऊफ के कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र सीरियल नंबर में उसकी जन्मतिथि 25 मार्च 1973 बताई गई है। उसे लाहौर का रहने वाला भी बताया गया है। उन्होंने कहा कि रऊफ का विवरण अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) के डेटाबेस में दिए गए विवरणों से मेल खाता है।
In his press briefing, Pakistan’s DG ISPR claimed that the viral image of the LeT terrorist at a funeral with other army men is actually an innocent family man and a preacher.
He shared his National ID card to ‘prove’ how he is a simple party worker (see 4:30), however the… pic.twitter.com/dCXgWwmhOx
— Journalist V (@OnTheNewsBeat) May 11, 2025
अमेरिका का वित्त विभागविशेष रूप से नामित नागरिकों और आतंकवादियों की एक सूची रखता है। प्रेस सूचना ब्यूरो द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि आईएसपीआर के महानिदेशक द्वारा साझा की गई पहचान की जानकारी हाफिज अब्दुल रऊफ की जानकारी से पूरी तरह मेल खाती है, जो कम से कम 1999 से लश्कर-ए-तैयबा के वरिष्ठ नेतृत्व का सदस्य रहा है और अमेरिकी प्रतिबंध सूची का हिस्सा है।
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